पटना में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार को 12 नए मरीज सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 312 तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इनमें से अधिकांश मरीज 14 से 34 साल की उम्र के हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार बारिश और पानी जमा होने से मच्छरों के पनपने की संभावना बढ़ गई है। सबसे ज्यादा खतरा स्कूली बच्चों को है, क्योंकि कई सरकारी और निजी स्कूलों के कैंपस में अब भी पानी भरा हुआ है। सुबह की प्रार्थना, खेलकूद और कक्षाओं के बीच आवाजाही के दौरान बच्चों के मच्छरों के संपर्क में आने की आशंका अधिक है।
हॉटस्पॉट क्षेत्र
प्रशासन ने जिन इलाकों को अत्यधिक संवेदनशील माना है और जहां रोकथाम अभियान तेज किए जा रहे हैं, उनमें शामिल हैं:
- कंकड़बाग (पोस्टल पार्क, योगीपुर)
- पटना सिटी
- बोरिंग कैनाल रोड
- जक्कनपुर
- दीघा
- गोला रोड
- जगनपुरा
- पाटलिपुत्र
- फुलवारीशरीफ
- दानापुर
इन क्षेत्रों में स्रोत-नियंत्रण, फॉगिंग और जागरूकता अभियान तेज कर दिए गए हैं।
डेंगू के लक्षण और सावधानियां
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने लोगों से अपील की है कि घरों और स्कूलों में कहीं भी पानी न ठहरने दें।
- कूलर, ड्रम और गमलों का पानी हर 3–4 दिन में बदलें
- पूरी बांह के कपड़े पहनें
- मच्छररोधी क्रीम और मच्छरदानी का प्रयोग करें
उन्होंने कहा कि यदि बुखार, बदन दर्द, आंखों के पीछे दर्द या शरीर पर चकत्ते जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत जांच कराएं।