रेलवे बोर्ड की सख्ती – विकास कार्यों में बरतें सावधानी, वरना बिगड़ेगा ट्रेन संचालन

Jyoti Sinha

रेलवे ने अपने सभी जोनों को चेतावनी जारी की है कि इंफ्रास्ट्रक्चर विकास कार्यों के दौरान अधिक सतर्कता बरती जाए। कारण यह है कि सिग्नल और दूरसंचार केबल को हुए किसी भी नुकसान से ट्रेन संचालन और सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ सकता है और इसके नतीजे बेहद खतरनाक हो सकते हैं।

दरअसल, निर्माण और मरम्मत कार्यों के दौरान कई बार खुदाई में केबल कटने की घटनाएँ सामने आती रही हैं। इससे सिग्नल फेल हो जाते हैं और ट्रेनों का संचालन प्रभावित होता है।

रेलवे बोर्ड ने अपने हालिया पत्र में कहा है कि बार-बार होने वाले ऐसे हादसे न केवल यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं बल्कि ट्रेन सेवाओं की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करते हैं। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि पटरियों के किनारे बिछी सिग्नल और टेलीकॉम केबल की सुरक्षा के लिए पहले भी निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन इसके बावजूद कई घटनाएँ दर्ज की गई हैं।

पत्र में आगे बताया गया है कि मौजूदा समय में देशभर के जोनों में बड़े पैमाने पर डबलिंग, यार्ड री-मॉडलिंग, सीमित ऊंचाई वाले सबवे (LHS), स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग (ABS), कवच जैसी आधुनिक ट्रेन सुरक्षा प्रणालियाँ और चारदीवारी निर्माण जैसे कार्य चल रहे हैं। इस दौरान विभागों के बीच समन्वय और केबल रूट प्लान का पालन बेहद ज़रूरी है।

बोर्ड ने यह भी कहा कि खुदाई से पहले यूटिलिटी केबल को शिफ्ट करना, ट्रैक किनारे किसी भी काम से पहले इंजीनियरिंग और सिग्नलिंग विभागों की आपसी समझ सुनिश्चित करना जैसे उपाय अनिवार्य हैं।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 2023 में भी सभी जोनों को कई बार लिखित रूप से सावधानी बरतने के निर्देश भेजे गए थे, लेकिन अनुपालन में ढिलाई बरती गई। हाल के दिनों में इसके चलते सिग्नल केबल क्षति की घटनाएँ तेजी से बढ़ी हैं।

उन्होंने कहा कि रेलवे के लिए सबसे बड़ी चुनौती है—नियमित ट्रेन संचालन को प्रभावित किए बिना विकास कार्यों को पूरा करना। लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता। अधिकारी ने स्पष्ट किया कि अगर निर्देशों का पालन नहीं हुआ तो इसके परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं।

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