पटना से बड़ी खबर–
बिहार सरकार ने त्योहारों के मौसम में आम जनता को राहत देने के लिए एक अहम फैसला लिया है। दशहरा, दीपावली, छठ और होली पर घर लौटने वाले प्रवासी मजदूरों और यात्रियों को अब सफर आसान और सस्ता पड़ेगा। राज्य कैबिनेट ने 24 करोड़ 06 लाख 36 हजार रुपये की राशि मंज़ूर की है, जो अंतरराज्यीय बस परिचालन पर विशेष छूट देने में खर्च होगी।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जानकारी दी कि यह राहत PPP मोड पर चल रही डीलक्स नॉन-एसी, डीलक्स एसी और डीलक्स स्लीपर एसी बसों के यात्रियों को मिलेगी। परिवहन निगम ने इस योजना की लागत करीब 24.06 करोड़ आंकी थी, जबकि बजट में केवल 10 करोड़ का ही प्रावधान था। ऐसे में शेष राशि बिहार आकस्मिकता निधि से उपलब्ध कराई जाएगी। सरकार का मानना है कि यह कदम न केवल लोगों की जेब पर बोझ कम करेगा, बल्कि त्योहारों की रौनक भी बरकरार रखेगा। राजनीतिक गलियारों में इसे जनता से नज़दीकी का संदेश माना जा रहा है।
इसी के साथ, राज्य सरकार ने औद्योगिक विकास की दिशा में भी बड़ा कदम उठाया है। मुज़फ़्फ़रपुर के बेला औद्योगिक क्षेत्र में 23.36 करोड़ रुपये के निवेश से गो ग्रीन एपेरल लिमिटेड नाम की रेडिमेड गारमेंट्स फैक्ट्री को मंज़ूरी दी गई है। यह इकाई हर साल 55 लाख पीस उत्पादन करने में सक्षम होगी। इससे स्थानीय स्तर पर रोज़गार के नए अवसर खुलेंगे और बिहार की औद्योगिक पहचान मजबूत होगी।
कुल मिलाकर, सरकार का यह दोहरा पैकेज—एक ओर त्योहारों पर किराये में छूट और दूसरी ओर उद्योगों में निवेश—जनता को तात्कालिक राहत और अर्थव्यवस्था को दीर्घकालिक रफ्तार देने वाला माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस घोषणा से न सिर्फ़ राजनीतिक हलचल तेज हुई है, बल्कि बिहार की विकास यात्रा को भी नया मोड़ मिलेगा।