बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रशासन ने स्टेटिक स्क्वाड टीम (SST) और फ्लाइंग स्क्वाड टीम (FST) को सक्रिय कर दिया है। इसके अलावा वीडियो व्यूइंग टीम, वीडियो सर्विलांस टीम, एकाउंट टीम और असिस्टेंट एक्सपेंडिचर ऑब्जर्वर को भी तैनात किया गया है।
नकद, शराब और आपत्तिजनक सामान पर सख्ती
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि निर्वाचन अवधि में किसी भी व्यक्ति के पास ₹50,000 से अधिक नकद पाए जाने पर SST उसे जब्त कर सत्यापन करेगी। साथ ही, यदि किसी के पास शराब, हथियार या अन्य आपत्तिजनक सामान पाया गया तो तुरंत जब्ती और कार्रवाई की जाएगी।
प्रत्याशियों के खर्च पर नजर
प्रत्याशियों की निर्वाचन व्यय सीमा ₹40 लाख तय की गई है। इसके तहत प्रचार सामग्री, वाहन किराया, सभा-जुलूस, बैनर-पोस्टर, सोशल मीडिया प्रचार, कार्यालय व्यय, भोजन वितरण और प्रचार गीतों तक का ब्योरा रखा जाएगा। सभी व्यय रजिस्टर का मिलान शैडो ऑब्जर्वेशन रजिस्टर (SOR) से किया जाएगा।
कोषांग और टीम की जिम्मेदारियां
कोषांग में नोडल पदाधिकारी, सहायक नोडल पदाधिकारी, डेटा एंट्री ऑपरेटर सहित अन्य कर्मी तैनात रहेंगे। इनकी मॉनीटरिंग वाणिज्य कर विभाग के अपर आयुक्त करेंगे। FST को चुनाव प्रचार से जुड़ी गतिविधियों और आचार संहिता उल्लंघन की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है। सभी सभा, रैली, रोड शो और नुक्कड़ नाटक का वीडियो और फोटो रिकॉर्डिंग होगी।
संवेदनशील इलाकों में VS टीम की निगरानी
वीडियो सर्विलांस टीम (VST) संवेदनशील इलाकों और हाई प्रोफाइल प्रत्याशियों और स्टार प्रचारकों के कार्यक्रमों की रिकॉर्डिंग और विश्लेषण करेगी। इसका उद्देश्य प्रत्याशियों के अनुमानित खर्च का मूल्यांकन करना है।
प्रतिदिन समीक्षा बैठक
असिस्टेंट एक्सपेंडिचर ऑब्जर्वर (AEO) और एक्सपेंडिचर ऑब्जर्वर (EO) को चुनाव आयोग की “आंख और कान” कहा गया है। ये केंद्रीय सेवाओं से आते हैं और प्रतिदिन रिपोर्ट तैयार करेंगे। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि बिना खर्च नियंत्रण के चुनाव निष्पक्ष नहीं हो सकता, इसलिए सभी टीमों को आपसी समन्वय से काम करना होगा और प्रतिदिन समीक्षा बैठक कर खर्च का मिलान किया जाएगा।