पटना जिले के सरकारी स्कूलों में 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी शुरू होने जा रही है। जिले के 75 आईसीटी लैब्स में लगभग तीन लाख विद्यार्थियों के लिए विशेष कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। इसके साथ ही, उच्च माध्यमिक स्कूलों में कंप्यूटर और बड़े स्क्रीन टीवी भी लगाये जाएंगे, ताकि बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा मिल सके।
गरीब मेधावी छात्रों के लिए बेहतर अवसर
बिजली न होने की स्थिति में बैट्री और इन्वर्टर के माध्यम से कक्षाएं जारी रहेंगी। शिक्षा विभाग के निर्देश पर जिला शिक्षा कार्यालय स्तर पर इसकी तैयारी शुरू हो गई है। इस योजना का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे गरीब और मेधावी छात्रों को डॉक्टर, इंजीनियर और अन्य प्रतियोगी करियर बनाने का मौका देना है।
आईआईटी कानपुर से सहयोग
जानकारी के अनुसार, रोजाना कक्षाओं के बाद स्कूलों में ऑनलाइन कोचिंग की सुविधा दी जाएगी। इसमें आईआईटी कानपुर के शिक्षक बच्चों को मार्गदर्शन देंगे। शिक्षा विभाग जल्द ही आईआईटी कानपुर के साथ शैक्षणिक समझौता भी करने वाला है।
विभिन्न विषयों में कोचिंग
विद्यार्थियों को गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान और अंग्रेजी में प्रशिक्षण दिया जाएगा। मेडिकल करियर के इच्छुक छात्रों के लिए जीव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान और अंग्रेजी की पढ़ाई कराई जाएगी।
एसएससी और रेलवे परीक्षाओं की तैयारी
वहीं, विज्ञान विषय में रुचि न रखने वाले 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए एसएससी, रेलवे और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी। इसके लिए उनके लिए अलग से ग्रुप बनाए जाएंगे।
अतिरिक्त कक्षाएं और विशेषज्ञ सहयोग
इन प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्कूलों के अलावा अतिरिक्त कक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी। विभाग जानी-मानी संस्थाओं के विशेषज्ञों का चयन कर उनके साथ शैक्षणिक समझौते करेगा, ताकि छात्रों को बेहतर मार्गदर्शन मिल सके।