बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद अब 6 नवंबर को मतदान होगा। राज्य के 18 ज़िलों की 121 विधानसभा सीटों पर कुल 1314 उम्मीदवार अब मैदान में हैं।निर्वाचन आयोग के अनुसार, इन सीटों के लिए 1690 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे, जिनमें से 315 नामांकन रद्द कर दिए गए और 61 उम्मीदवारों ने स्वेच्छा से नाम वापस ले लिया। अब इन 121 सीटों पर मतदाता अपने पसंदीदा प्रत्याशी का चयन करेंगे।सबसे अधिक और सबसे कम उम्मीदवार वाली सीटेंइस बार कई विधानसभा क्षेत्रों में बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा।मुजफ्फरपुर और कुढ़नी सीटों पर सबसे ज्यादा 20-20 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
महनार में 18, जबकि डुमरांव, महुआ, सिमरी बख्तियारपुर, उजियारपुर, जमालपुर, तरारी और बक्सर में 15-15 प्रत्याशी ताल ठोक रहे हैं।वहीं, भोरे, परबत्ता और अलौली में केवल 5-5 उम्मीदवारों के बीच सीधी टक्कर है।दलबदल और रणनीतिक नाम वापसीनामांकन वापसी की अंतिम तिथि तक कई चर्चित उम्मीदवारों ने गठबंधन और पारिवारिक समीकरणों के चलते पर्चा वापस लिया।लालगंज से कांग्रेस के आदित्य कुमार ने राजद की शिवानी शुक्ला के समर्थन में नाम वापस लिया।तारापुर में वीआईपी के सकलदेव बिंद ने भाजपा के सम्राट चौधरी के समर्थन में पर्चा छोड़ा।पारिवारिक एकता की मिसाल देते हुए दानापुर में निर्दलीय टिंकु कुमार यादव ने अपने भाई रीतलाल राय के पक्ष में और डुमरांव में करतार सिंह यादव ने अपने पिता ददन सिंह यादव के पक्ष में नाम वापस लिया।छोटी पार्टियों के उम्मीदवार भी चुनावी दौड़ से बाहरनाम वापस लेने वालों में कुछ दिग्गज और कुछ नवोदित नेता शामिल रहे।पूर्व मंत्री रामप्रवेश राय (बरौली) और पूर्व विधायक पूनम देवी यादव (खगड़िया) ने भी नाम वापस लिया।वहीं जनसुराज, बसपा और आप जैसे दलों के कई प्रत्याशी भी मैदान से हट गए हैं — इनमें गोपालगंज से शशिशेखर सिन्हा, ब्रह्मपुर से सत्यप्रकाश तिवारी, रघुनाथपुर से अवधेश भगत, बछवाड़ा से दिलीप कुमार, और सिंहेश्वर से नंदन कुमार (आप) शामिल हैं। इससे प्रमुख गठबंधनों को कुछ राहत मिली है।दूसरे चरण की हलचल तेजपहले चरण की प्रक्रिया पूरी होते ही अब नज़रें दूसरे चरण के चुनाव पर हैं।इस चरण के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर थी और 23 अक्टूबर तक नामांकन वापसी की अनुमति है।नामांकन पत्रों की जांच पूरी हो चुकी है और कई फॉर्म रद्द किए गए हैं।11 नवंबर को दूसरे चरण में मतदान होगा, जिसके साथ बिहार में चुनावी माहौल और भी गर्माने वाला है।