बिहार की राजनीति में इस बार छठ महापर्व के अवसर पर एक दिलचस्प और सौहार्दपूर्ण तस्वीर देखने को मिली। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्री व लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान के कृष्णापुरी स्थित आवास पर पहुंचकर खरना का प्रसाद ग्रहण किया। यह मुलाकात न केवल पारंपरिक रूप से महत्वपूर्ण रही, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी बेहद अहम मानी जा रही है।
चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पारंपरिक रूप से शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया, जबकि सीएम ने चिराग के परिवारजनों से मिलकर तस्वीरें भी खिंचवाईं। यह आयोजन चिराग की बुआ — स्वर्गीय रामविलास पासवान की बहन — द्वारा किए जा रहे छठ व्रत के अवसर पर आयोजित था।
नीतीश कुमार का यह दौरा राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि लोकसभा चुनाव से पहले चिराग पासवान की एनडीए में औपचारिक वापसी के बाद यह पहला मौका था जब मुख्यमंत्री उनके निजी आवास पर पहुंचे। इससे पहले दोनों नेता प्रायः पार्टी आयोजनों या सरकारी कार्यक्रमों में ही साथ नजर आते थे, जैसे मकर संक्रांति पर आयोजित ‘दही-चूड़ा भोज’।
राजनीतिक तौर पर यह मुलाकात आने वाले विधानसभा चुनावों से पहले एनडीए में बढ़ती एकजुटता और शीर्ष नेतृत्व के बीच बन रहे भरोसे का संकेत देती है। इस सौहार्दपूर्ण मुलाकात ने यह संदेश भी स्पष्ट कर दिया है कि नीतीश कुमार और चिराग पासवान के बीच की पुरानी राजनीतिक दूरियाँ अब खत्म हो चुकी हैं और गठबंधन नई मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है।