बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 30 अक्टूबर को नालंदा जिले के हिलसा में चुनावी जनसभा करने वाले हैं।
इससे पहले जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़े कदम उठाए हैं। प्रशासन ने पूरे हिलसा इलाके को ‘नो-फ्लाई ज़ोन’ घोषित किया है। यानी रैली के दिन कोई भी ड्रोन या अन्य मानव रहित हवाई यान (Unmanned Aircraft) उड़ाने पर पूरी तरह रोक रहेगी।
सुबह 7 से शाम 7 बजे तक रहेगा ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध
प्रशासनिक आदेश के मुताबिक, 30 अक्टूबर को सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक यह रोक लागू रहेगी।
नालंदा जिले के हिलसा के साथ-साथ बिहारशरीफ को भी ‘रेड ज़ोन’ घोषित किया गया है।
किसी भी व्यक्ति या संगठन को बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने की इजाजत नहीं होगी।
नियम तोड़ने पर होगी कानूनी कार्रवाई
अगर किसी को ड्रोन चलाने की आवश्यकता है, तो उसे ड्रोन अधिनियम 2021 के तहत पूर्व अनुमति लेनी होगी और इसकी सूचना जिला पदाधिकारी (DM) को देनी होगी।
आदेश का उल्लंघन करने वालों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 223 के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम
यह आदेश जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने गृह मंत्री की रैली के मद्देनज़र कानून-व्यवस्था और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जारी किया है।
सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह की रैली हिलसा के न्यू बस स्टैंड के पीछे आयोजित की जाएगी।
इस आदेश की जानकारी आम जनता तक लाउडस्पीकर और ड्रम बजाकर पहुंचाई जा रही है, जबकि पुलिस प्रशासन को इसके सख्त पालन का निर्देश दिया गया है।
अमित शाह की रैली को लेकर बढ़ा सियासी उत्साह
30 अक्टूबर को होने वाली यह रैली बिहार चुनावी समीकरणों के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है।
अमित शाह यहां एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में जनता से वोट की अपील करेंगे और विपक्ष पर राजनीतिक प्रहार भी कर सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि अमित शाह आज ही पटना पहुंच सकते हैं, जहां वे पार्टी नेताओं के साथ चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देंगे।
 
					 
							
 
			 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		