12वीं के बाद बीटेक करना चाहते हैं? जानिए CSE और AI कोर्स में क्या है फर्क और कौन देगा बेहतर करियर ग्रोथ

Jyoti Sinha

अगर आप इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने का सोच रहे हैं और बीटेक (B.Tech) में कंप्यूटर साइंस (CSE) या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बीच उलझन में हैं, तो ये जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। आज के दौर में टेक्नोलॉजी की दुनिया तेजी से बदल रही है और दोनों ही कोर्स शानदार करियर अवसर दे रहे हैं।


B.Tech in Computer Science Engineering (CSE): क्या सिखाया जाता है?

इस कोर्स में छात्रों को कंप्यूटर सिस्टम, कोडिंग, और डिजिटल टेक्नोलॉजी की गहराई से जानकारी दी जाती है। यह एक बेसिक से एडवांस तक का कोर्स है जो हर टेक जॉब की रीढ़ माना जाता है।

मुख्य विषय:

  • एल्गोरिद्म (Algorithms)
  • डेटा स्ट्रक्चर (Data Structures)
  • ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating Systems)
  • प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज (C, C++, Java, Python आदि)
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का बेसिक
  • डेटा साइंस और नेटवर्किंग

CSE से करियर ऑप्शन

कंप्यूटर साइंस की डिग्री के बाद छात्र आईटी, सॉफ्टवेयर, डेटा एनालिटिक्स और रिसर्च जैसे क्षेत्रों में जा सकते हैं।

लोकप्रिय करियर विकल्प:

  • सॉफ्टवेयर डेवलपर
  • डेटा साइंटिस्ट
  • AI/ML इंजीनियर
  • ब्लॉकचेन डेवलपर
  • साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट

CSE ग्रेजुएट्स की सैलरी

सैलरी इस बात पर निर्भर करती है कि आपने किस कॉलेज से पढ़ाई की है।

  • IITs/NITs जैसे टॉप कॉलेज से पासआउट छात्र को कैंपस प्लेसमेंट में ₹20 लाख या उससे अधिक पैकेज मिल सकता है।
  • जबकि अन्य कॉलेजों से पास फ्रेशर्स को औसतन ₹4–₹12 लाख वार्षिक पैकेज मिलता है।

🤖 AI कोर्स क्यों हो रहा है पॉपुलर?

AI यानी Artificial Intelligence आज की सबसे तेज़ी से बढ़ती तकनीक है। हेल्थकेयर से लेकर फाइनेंस, ऑटोमोबाइल और एजुकेशन तक हर सेक्टर में AI का इस्तेमाल हो रहा है। यही कारण है कि बीटेक में AI और मशीन लर्निंग स्पेशलाइजेशन तेजी से छात्रों की पसंद बन रहा है।

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