सिवान: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की मतगणना को लेकर सिवान जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम डॉ. आदित्य प्रकाश ने कहा कि मतगणना की पूरी प्रक्रिया चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से कराई जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निगरानी रखने और किसी भी स्थिति में नियमों से समझौता न करने का निर्देश दिया है।
विजय जुलूस पर सख्त प्रतिबंध, ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति लागू
डीएम ने स्पष्ट रूप से कहा है कि काउंटिंग समाप्त होने के बाद किसी भी उम्मीदवार को विजय जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देशों का सख्ती से पालन अनिवार्य है। यदि कोई उम्मीदवार या समर्थक नियमों का उल्लंघन करता है, तो ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जनता से शांति बनाए रखने की अपील
डीएम डॉ. आदित्य प्रकाश ने कहा कि मतगणना के दिन शांति और सौहार्द बनाए रखना सिर्फ प्रशासन की नहीं, बल्कि जनता की भी जिम्मेदारी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह, उपद्रव या विवाद से दूर रहें, ताकि मतगणना प्रक्रिया शांतिपूर्वक पूरी हो सके।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर कहीं कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे या गड़बड़ी की आशंका हो, तो लोग तुरंत पुलिस या प्रशासन को सूचना दें।
सिवान में तगड़ी सुरक्षा, हर कोने पर निगरानी
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि मतगणना के लिए बनाए गए दोनों केंद्र — DAV कॉलेज और DAV उच्च विद्यालय सह राजकीय इंटर कॉलेज — पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं।
काउंटिंग शुरू होने से लेकर परिणाम आने तक पूरे इलाके में पुलिस बल, दंडाधिकारी और होमगार्ड जवानों की तैनाती रहेगी। शहर के संवेदनशील इलाकों में निरंतर पेट्रोलिंग की जाएगी ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो।
अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई
एसपी ने चेतावनी दी है कि मतगणना के दौरान झूठी या भ्रामक खबरें फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया या किसी अन्य माध्यम से अफवाह फैलाने की कोशिश करने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य साफ है — मतगणना शांतिपूर्ण, पारदर्शी और कानून व्यवस्था के दायरे में पूरी हो।
प्रशासन का संदेश
जिला प्रशासन ने दोहराया है कि मतगणना के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है। जनता से अपील की गई है कि वे अफवाहों से दूर रहें, अफवाह फैलाने वालों की जानकारी तुरंत दें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सहयोग करें।