नृशंस हत्यारे का कबूलनामा- 30 बार चाकू मारा, प्राइवेट पार्ट भी काट दिया, क्या डॉक्टर ऐसा भी हो सकता है?

Puja Srivastav

NEWSPR डेस्क। शिवहर जिले में तीन माह पूर्व ग्रामीण डॉक्टर की हत्या की सनसनीखेज वारदात को लेकर हुआ खुलासा हैरत में डालने वाला है। पुलिस ने हत्यारे को दबोच लिया है और हत्या के हर पहलू का खुलासा कर दिया है। एक डॉक्टर ने ही एक डॉक्टर की नृशंस हत्या ही थी और इसमें उसने अपने सहयोगियों की मदद ली थी। यह जघन्य वरदात रोंगटे खड़े करने वाली है जिसमें आरोपी डॉक्टर ने चाकू से 30 बार प्रहार करके निर्ममता से दूसरे डॉक्टर की हत्या की थी। इतना ही नहीं आरोपी ने ग्रामीण डॉक्टर के प्राईवेट पार्ट भी काट दिए थे। पुलिस ने ग्रामीण डॉक्टर के नाम पर कलंक बने इस शख्स को गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

शिवहर जिले के तरियानी थाना क्षेत्र के लोग 25 सितंबर 2025 की रात में हुई यह घटना शायद ही भूल सकेंगे। मृतक और हत्यारा दोनों ही ग्रामीण चिकित्सक थे। 25 सितंबर को रात में तरियानी छपरा थाना क्षेत्र के बेलहिया गांव में 50 साल के डॉ विजय कुमार उर्फ योगेंद्र साह की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस मामले में खुरप‌ट्टी गांव के ग्रामीण डॉक्टर एसएस शम्याद सोनू को गिरफ्तार किया गया।

डॉक्टर एसएस शम्याद सोनू से पूछताछ की गई तो पता चला कि डॉ विजय कुमार उर्फ योगेंद्र साह के चलते डॉ शम्याद की प्रैक्टिस नहीं चल रही थी। इस वजह से उसने डॉ विजय को अपने रास्ते से हटाने के लिए हत्या की साजिश रची थी। घटना की रात में डॉ विजय कुमार मरीज का इलाज करके घर लौट रहे। इसी दौरान डॉ विजय कुमार की डॉ शम्याद ने अपने सहयोगियों की मदद से हत्या कर दी थी। उन्होंने हत्या के बाद शव बेलहिया बागमती नदी तटबंध के नीचे फेंक दिया था और सभी आरोपी फरार हो गए थे।

घटना के बाद पुलिस को हत्या के कारणों का पता नहीं चल रहा था। मृतक डॉ विजय कुमार की किसी से दुश्मनी नहीं थी, इसलिए किसी पर संदेह नहीं था। उनका कभी किसी से कोई विवाद भी नहीं हुआ था। पुलिस हत्या के इस सनसनीखेज मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए माथापच्ची कर रही थी। इस बीच, इस प्रकरण की जांच पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से शुरू की और हत्यारा पकड़ा गया। बताया गया है कि हत्या का आरोपी डॉक्टर एसएस शम्याद खुरप‌ट्टी निवासी और पूर्व नक्सली मुजफ्फर आलम का पुत्र है।

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