पटना डेस्क। राजस्थान में एक दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई है. राजस्थान के करौली में दबंगों ने एक पुजारी को जलाकर मार डाला. दबंगों ने पुजारी के ऊपर पहले पेट्रोल छिड़का, फिर आग लगा दी. जयपुर के सवाई माधो सिंह अस्पताल में पुजारी की मौत हो गई. इसके बाद से राजस्थान की सियासत गरम है. पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. परिवार ने का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है.पुजारी के रिश्तेदार ललित ने कहा, ‘जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, हम दाह संस्कार नहीं करेंगे. हम चाहते हैं कि 50 लाख रुपये मुआवजा और एक सरकारी नौकरी मिले. सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और आरोपियों का समर्थन करने वाले पटवारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. हम सुरक्षा चाहते हैं.’
बताया जा रहा है की करौली में सपोटरा क्षेत्र के बूकना गांव में मंदिर की जमीनी पर कब्जा करने के लिए कैलाश पुत्र काडू मीणा, शंकर, नमो, रामलखन मीणा आदि छप्पर डाल रहे थे. पुजारी ने अतिक्रमियों को अतिक्रमण से रोका तो उन्होंने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी. आगजनी में पुजारी का शरीर कई जगह से झुलस गया. परिजनों ने पहले सपोटरा चिकित्सालय में पुजारी को भर्ती कराया, लेकिन स्थिति नाजुक होने पर उसे जयपुर रैफर कर दिया. जयपुर में उपचार के दौरान गुरुवार शाम सात बजे पुजारी की मौत हो गई.
पुजारी के बयान के बाद सपोटरा थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अभी भी 5 अन्य आरोपी फरार हैं. पुलिस ने बताया कि मंदिर भूमि पर कुछ लोग कब्जा कर रहे थे. इसको लेकर काफी समय से विवाद की स्थिति बनी हुई थी. गांव वालों की इस मामले में पंचायत भी हुई जिसमें पंच पटेलों ने मंदिर भूमि पर कब्जा करने वालों से अतिक्रमण नहीं करने और कब्जा हटाने को कहा था, लेकिन अतिक्रमियों ने पंच पटेलों की बात नहीं मानी.