NEWSPR डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक तरफ जहां सभी प्रत्याशी चुनावी मैदान में पुरी तरह कमर कस कर उतर चुके है। तो कुछ प्रत्याशीयों की मुश्किलें कम होने की नाम नही ले रही है। वही ताजा मामला नरकटियागंज विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी रश्मि वर्मा का है जिनके खिलाफ उनके भैसुर आशीष वर्मा ने फर्जीवाड़ा करते हुए जमीन बेचने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाई है।
आपको बता दें कि जगदीशपुर थाना क्षेत्र के धुमनगर गांव निवासी आदित्य सुपर इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर सह पश्चिम चंपारण संसदीय क्षेत्र से पूर्व प्रत्याशी वृजेश कुमार, शिकारपुर थाने के शिवगंज निवासी मथुरा सिंह तथा बेतिया पुरानी गुदरी के डॉ. नमित कुमार को भी नामजद किया है। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि मेरे हिस्से की जमीन को धोखाधड़ी से बेच दिया गया है।
आशीष वर्मा मूलत शिकारपुर के निवासी है। बेतिया नगर के उज्जैन टोला में आपसी बंटवारे के तहत आशीष वर्मा को जमीन मिली थी। जमीन के दाखिल खारिज करने के वक्त रश्मि वर्मा ने अनापत्ति पत्र भी दिया था। उसके बाद उस जमीन की जमाबंदी आशीष वर्मा के नाम पर कायम हो गई। इधर, 28 जनवरी 2020 को उसी जमीन को रश्मि वर्मा ने धोखाधड़ी कर वृजेश कुमार को बेच दिया है।
खरीद-बिक्री में गवाह मथुरा सिंह व पहचानकर्ता डॉ. नमित कुमार है। इधर, रश्मि वर्मा का कहना है कि धोखाधड़ी का आरोप बेबुनियाद है। वहीं वृजेश कुमार का कहना है कि जमीन रश्मि वर्मा की पुस्तैनी है।
मामले की जानकारी देते हुए नगर थाना के थानाध्यक्ष राकेश कुमार भास्कर ने कहा कि लिखीत शिकायत पर कांड दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।