NEWSPR डेस्क। राजद सुप्रीमो लालू यादव अपने ठेठ अंदाज और बेबाकी के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने अपने इसी अंदाज में नीतीश कुमार और बीजेपी पर हमला बोला है. लालू ने कहा है कि तेजस्वी जहाँ पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10 लाख नौकरियाँ देने को प्रतिबद्ध था. वहीं नीतीश ने पहली कैबिनेट में नियुक्ति घोटाला करने वाले मेवालाल को मंत्री बना अपनी प्राथमिकता बता दिया. विडंबना देखिए जो भाजपाई कल तक मेवालाल को खोज रहे थे, आज मेवा मिलने पर मौन धारण किए हैं.
कुर्सी के लिए किसी भी निम्नतम स्तर तक गिर सकते हैं नीतीश कुमार:-
राष्ट्रीय जनता दल के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से भी नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला गया है. राजद के द्वारा कहा गया है कि जिस भ्रष्टाचारी जेडीयू विधायक को सुशील मोदी खोज रहे थे. उसे भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह नीतीश कुमार ने मंत्री पद से नवाज़ा. यही है 60 घोटालों के संरक्षणकर्ता नीतीश कुमार का दोहरा चरित्र. यह आदमी कुर्सी के लिए किसी भी निम्नतम स्तर तक गिर सकता है.
गौरतलब है कि डॉ मेवालाल चौधरी नियुक्ति घोटाले में आरोपित किए गए हैं. कृषि विश्वविद्यालय में नियुक्ति घोटाले का मामला सबौर थाने में वर्ष 2017 में दर्ज किया गया था. बेल पर अभी बाहर हैं. इतना ही नहीं नीता चौधरी साल 2010-15 में तारापुर से विधायक चुनी गईं थी. लेकिन, 2019 में गैस सिलेंडर से लगी आग से झुलस कर उनकी मौत हो गई थी. हालांकि पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने मेवालाल चौधरी की पत्नी की मौत के मामले में उनसे पूछताछ की मांग की है. इसके लिए उन्होंने डीजीपी एसके सिंघल को पत्र भी लिखा है.
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