NEWSPR डेस्क। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में एक पिता अपने बच्चे की मौत पर इंसाफ के लिए सड़कों पर घूम रहा है। कुव्यवस्था का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण सरकारी अस्पताल में हुए बच्चे की मौत के बाद पिता इंसाफ के लिए भटक दर-दर भटक रहा है। मृत बच्चे के पिता संजीव को इंसाफ दिलाने के लिए आम लोगों को हस्ताक्षर अभियान चलाना पड़ रहा है।
मामला नालन्दा जिले के अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल राजगीर रेफरल अस्पताल का है। राजगीर निवासी संजीव कुमार ने बताया कि उसने पत्नी का प्रसव कराने के लिए 9 नवंबर को राजगीर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया था। प्रसव के बाद नवजात किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित था, लेकिन इस बात की जानकारी न तो चिकित्सक और न ही किसी स्वास्थ्य कर्मी ने उन्हें दी। बच्चे की हालत नाजुक होने पर वे पटना ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
अस्पताल की लापरवाही को लेकर बच्चे की मौत के बाद संजीव ने न्याय के लिए स्वास्थ विभाग से लेकर डीएम तक गुहार लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में न्याय नहीं मिलाता देख उन्हें आमलोगों का साथ मिला। संजीव को इंसाफ दिलाने के लिए नागरिकों के सहयोग से हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। राजगीर अस्पताल की कुव्यवस्था को लेकर आमलोगों में भी आक्रोश है।
सिविल सर्जन डॉ राम सिंह ने कहा कि संजीव के लड़के की मौत मामले की जांच चल रही है। जांच मैं खुद कर रहा हूं। कुछ ही दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी जाएगी। संबंधित मामले में क्या लापरवाही बरती गई है, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ तथ्य सामने आए हैं, जिसकी रिपोर्ट में चर्चा की जा रही है।