टिकट बिक्री को लेकर रघुवंश प्रसाद के खुलासे के बाद राजद नेतृत्व की पोल खुली, बढ़ी परेशानी

Sanjeev Shrivastava

पटना डेस्क

पटनाः राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद ने पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन, उन्होंने इस दौरान टिकट बंटवारे को लेकर जो बातें कहीं हैं, वह पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत बनती नजर आ रही है। रघुवंश प्रसाद ने पार्टी के वर्तमान नेतृत्व पर पैसों के लिए टिकट बेचने का आरोप लगाया है। जो राजद के लिए हानिकारक साबित होगा। वहीं इस खुलासे के बाद एनडीए के नेता अब राजद को घेरने की तैयारी में हैं। बता दें कि लोजपा नेता रामा सिंह को राजद में शामिल कराने को लेकर रघुवंश प्रसाद तेजस्वी यादव से नाराज हैं।

राजद से अलग हो सकते हैं रघुवंश

राजद की स्थापना से लेकर अब तक पार्टी की हर गतिविधियों में रघुवंश प्रसाद शामिल रहे हैं। बताया जा रहा है कि ऐसा पहली बार है जब उन्होंने खुलकर संगठन के काम पर सवाल उठाए है। उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद रघुवंश प्रसाद ने स्पष्ट कहा है कि रामा सिंह को सिर्फ पैसे के लिए राजद में शामिल कराया जा रहा है। उन्होंने ऐसा करने से मना किया था। लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई। ऐसे में उनके राजद से अलग होने की अटकलें तेज हो गई है। माना जा रहा है कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

राजद की बढ़ेगी मुश्किलें

चुनाव के लिए टिकट बेचने की बात पहले भी सामने आती रही हैं, लेकिन कम देखा गया है कि जब कोई बड़ा नेता अपनी ही पार्टी पर टिकट बेचने का आरोप लगा रहा हो। रघुवंश प्रसाद के आरोपों के बाद संगठन में बड़ी फूट नजर आ रही है। विशेषकर, उन नेताओं के बीच में, जो कई सालों से टिकट के इंतजार में पार्टी से जुड़े हुए रहे हैं। जिसे रोक पाना तेजस्वी के लिए मुश्किल हो सकता है।

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