NEWSPR डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव में गहमागहमी के बाद आज विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव हो रहा है जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों में कट्टर मुकाबला है, लेकिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही राजद विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के बीच वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। तेजस्वी यादव ने सदन में आरोप लगाया कि आज पूरा देश देख रहा है कि खुलेआम चोरी हो रही है, अगर ऐसे सदन चलेगा तो हमें बाहर ही कर दीजिए।
तेजस्वी की मांग है कि जो विधानसभा के सदस्य नहीं हैं, उन्हें मतदान के वक्त मौजूद नहीं रहना चाहिए। राजद का कहना है कि नीतीश सदन का हिस्सा नहीं हैं। इस बीच विधानसभा पहुंचे राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि सदन के अंदर लोकतंत्र शर्मसार हो रहा है। जो सदन के सदस्य नहीं है वो सदन में मौजूद हैं।
उन्होंने अशोक चौधरी, मुकेश सहनी, नीतीश कुमार मौजूद हैं। सदन में बेहाई हो रही है। सदन के प्रोटम स्पीकर से अनुरोध करते हैं उन्हें बाहर करें। थोड़ी बहुत हया बची है तो इन लोगों को सदन से बाहर किया जाए। अभी सदन के स्पीकर पद का चुनाव हो रहा है। ऐसे में सदन के जो सदस्य नहीं है, वो क्योंकि मौजूद रहेंगे। ध्वनि मत को प्रभावित करने की कोशिश हो रही है।
संवैधानिक विशेषज्ञ सुभाष कश्यप की मानें तो प्रोटेम स्पीकर ने सही कदम उठाया है। सदन के नेता के तौर पर वो मौजूद रह सकते हैं और ये पूरी तरह से संवैद्धानिक है। प्रोटेम स्पीकर के पास ये अधिकार है कि वो अपने तरीके से इसे चला सकते हैं और वो कार्रवाई भी कर सकते हैं। तेजस्वी यादव की मांग पूरी तरह से गलत है। ये सिर्फ राजनीति के लिए ऐसा हो रहा है।
बिहार में इस बार विधानसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव होना है। एनडीए के लिए बीजेपी की ओर से विजय सिन्हा और विपक्ष की ओर से राजद के अवध बिहारी चौधरी मैदान में हैं। बिहार में ऐसा करीब 5 दशक के बाद हो रहा है, जब स्पीकर पद के लिए चुनाव हो रहा हो। बता दें कि NDA के पास 125 विधायक हैं, जबकि महागठबंधन के बाद 110 विधायक हैं।