कठमुल्लों के मुँह पर तमाचा, AIMIM के विधायक अख्तरुल इमान ने BJP को किया वोट

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। जो कठमुल्ले अब तक मोदी को अपना धुर विरोधी मानते रहे. सीमांचल में समाजवादियों और सेक्यूरलर से ज्यादा कट्टरपंथी ओवैसी की पार्टी AIMIM को तरजीह दिया. उसी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के विधायक अख्तरुल इमान ने बिहार विधानसभा में अपना वोट बीजेपी को दे दिया. चुनाव के समय जिस मोदी को AIMIM के कैंडिडेट्स गाली देकर, उनके खिलाफ जहर उगलकर जातिय गोलबंदी की. इसी बदौलत 5 सीटें भी जीते.

उन सभी चीजों को दरकिनार करते हुए आज सदन में बीजेपी के साथ पूरी मजबूती से खड़े रहे. दरअसल बिहार विधानसभा में स्पीकर का चुनाव हो रहा था. 51 साल बाद मजबूत विपक्ष के कारण वोटिंग प्रक्रिया से चुनाव कराया जा रहा था. सबको उम्मीद थी कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी और विधायक विपक्ष के कैंडिडेट को अपना मत देंगे. यानि विपक्ष के उम्मीदवार को वोट करेंगे. लेकिन सदन में वोटिंग के दौरान बिल्कुल उल्टा हुआ. AIMIM के विधायक NDA समर्थित उम्मीदवार को वोट भी किए, और सदन में उनके साथ खड़े भी रहे. जो उन तमाम कठमुल्लों के मुंह पर जोरदार तमाचा था. जो जाति, मजहब के नाम पर वोट किए थे.

ओवैसी बीजेपी की B टीम:-

तमाम सेक्यूलर नेता बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान असदुद्दीन ओवैसी को बीजेपी की बी टीम बताते रहे. लेकिन ओवैसी और कठमुल्ले उसे अपने तरीके से खारिज करते रहे. नतीजतन आज सदन में वहीं हुआ जो चुनाव के समय विपक्ष के नेता खुले मंच से कहते रहे. ओवैसी की पार्टी इसे खुले मंच से चुनाव के समय तो नकारती रही. लेकिन आज बंद कमरे में अपना समर्थन बीजेपी उम्मीदवार विजय सिन्हा को दे दी.

गौरतलब है कि लोकतंत्र में किसी के ऊपर कोई दबाव नहीं है. राजनीतिक पार्टियां स्वतंत्र रूप से वोटिंग कर सकती हैं. हालांकि लोकतंत्र में राजनीतिक पार्टियों की घोषणा, और उसी घोषणा के विपरीत काम करना, भोली भाली जनता के साथ छलावा है.

 

चन्द्रमोहन की स्पेशल रिपोर्ट

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