एमडीएच के मालिक धर्मपाल गुलाटी का हुआ निधन, जानिये उनके जीवन के कुछ तथ्य

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। मसाला ब्रांड एमडीएच के मालिक ‘महाशय’ धर्मपाल गुलाटी का आज 3 दिसंबर को निधन हो गया। वह 98 वर्ष के थे। खबरों के मुताबिक, गुलाटी का नई दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां उनकी 3 दिसंबर की सुबह कार्डियक अरेस्ट के कारण मौत हो गई। उन्‍होंने आज सुबह 5 बजकर 38 मिनट पर अंतिम सांस ली। पिछले दिनों धर्मपाल गुलाटी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। हालांकि, कोरोना से उन्‍होंने जंग जीत ली थी।

धर्मपाल गुलाटी का जन्म सियालकोट में हुआ था और बाद में वे भारत आ गए। “एमडीएच” की स्थापना उनके पिता महाशय चुन्नी लाल गुलाटी ने की थी। 2019 में, गुलाटी को भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुलाटी जी के शोक व्यक्त किया हैं। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट से करते हुए लिखा, “भारत के सबसे प्रेरणादायक उद्यमी, MDH के मालिक धर्म पाल महाशय का आज सुबह निधन हो गया। मैं ऐसी प्रेरक और जीवंत आत्मा से कभी नहीं मिला। उनकी आत्मा को शांति मिले।”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी धर्मपाल गुलाटी के निधन पर दुख जाहिर करते हुए लिखा, भारत के प्रतिष्ठित कारोबारियों में से एक महाशय धर्मपालजी के निधन से मुझे दुःख की अनुभूति हुई है। छोटे व्यवसाय से शुरू करने बावजूद उन्होंने अपनी एक पहचान बनाई। वे सामाजिक कार्यों में काफ़ी सक्रिय थे और अंतिम समय तक सक्रिय रहे। मैं उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ।

आपको बता दे कि धर्मपाल गुलाटी को व्यापार और उद्योग में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए पिछले साल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मभूषण से नवाजा था। वह जब बंटवारे के बाद भारत आए थे, तब उनके पास सिर्फ 1,500 रुपये थे। भारत आकर उन्होंने परिवार के पेट पालने के लिए तांगा भी चलाया। इसके बाद उन्‍होंने दिल्ली के करोल बाग स्थित अजमल खां रोड पर मसाले की एक दुकान खोली।

मसाले का कारोबार धीरे-धीरे बढ़ता चला गया और आज उनकी भारत और दुबई में मसाले की 18 फैक्ट्रियां हैं। एक खास बात यह है कि वह अपने मसालों के विज्ञापन भी खुद ही किया करते थे। उन्हें दुनिया का सबसे उम्रदराज विज्ञापन स्टार माना जाता था।

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