NEWSPR डेस्क। सीएम की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा प्रभारी डीएसपी अविनाश कुमार के अंगरक्षक के रूप में नियुक्त सिपाही रांची पुलिस लाइन से नाइन एमएम पिस्टल और 30 गोलियां लेकर फरार हो गया है। उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के बाद विभागीय कार्यवाही शुरू की गई है। विभागीय कार्यवाही पूरी होने के बाद सिपाही बर्खास्त किया जाएगा। सिपाही का 25 मई 2019 के बाद से कोई अता-पता नहीं है। 11 मई 2019 से पहले तक वह सीएम सुरक्षा प्रभारी के अंगरक्षक के रूप में तैनात था।
FIR में बताया गया है कि रांची जिला बल का सिपाही-713 राजू कुमार 25 मई 2019 के बाद से पिस्टल लेकर फरार हो गया है। वह पूर्व में सीएम की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा प्रभारी डीएसपी अविनाश कुमार के अंगरक्षक के रूप में नाइन एमएम पिस्टल (बट संख्या 392 आर्सनल नंबर 18452336) और 30 राउंड गोलियों के साथ प्रतिनियुक्त किया गया था।
डीएसपी अविनाश कुमार के तबादले के बाद नाइन एमएम पिस्टल बट संख्या 392 आर्सनल नंबर 18452336 और 30 राउंड गोलियां पुलिस लाइन के शस्त्रागार में 11 मई 2019 को जमा कर दिया था। इसके बाद पुलिस लाइन के एक आदेश संख्या 16223944 का हवाला देकर पुलिस लाइन को भ्रमित करते हुए 25 मई 2019 को फिर नाइन एमएम पिस्टल (बट संख्या 211, आर्सनल नंबर 16223944) और 30 गोलियां लेकर निकल गया। उसने न सीएम सुरक्षा प्रभारी के पास ज्वाइन किया और न ही खुद के बारे में पुलिस लाइन को जानकारी दी। इसकी जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि जवान राजू कुमार फरार है।
पुलिस लाइन समझ रही थी कि जवान राजू कुमार सीएम के सुरक्षा प्रभारी के अंगरक्षक के रूप में तैनात है। लेकिन वह न सुरक्षा प्रभारी के पास पहुंचा और न ही कहीं जाने की जानकारी दी। इधर, सार्जेंट मेजर की छानबीन में पता चला कि राजू कुमार फरार है। इस दौरान सार्जेंट मेजर की ओर से सीएम के वर्तमान सुरक्षा प्रभारी डीएसपी पुरुषोत्तम कुमार सिंह से जानकारी ली गई तो डीएसपी ने बताया कि राजू कुमार नाम का कोई सिपाही लंबे समय से प्रतिनियुक्त नहीं है।
फरार सिपाही राजू कुमार के मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर बातचीत नहीं हो पा रही है। इसके बाद उसके सर्विस बुक में दर्ज लोअर बाजार स्थित कांटाटोली के पते पर सत्यापन करने पर कोई जानकारी नहीं मिली। पड़ोस के लोगों से भी पूछताछ की गई। लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली।