गांधी मैदान बम ब्लास्ट मामले में चार जुलाई से शुरु होगी अंतिम बहस, 2013 में हुई थी घटना

Sanjeev Shrivastava

पटना डेस्क

पटनाः अक्टूबर 2013 में भाजपा की हुंकार रैली के दौरान पटना जंक्शन और गांधी मैदान के हुए सिलसिलेवार बम धमाके के मामले में दोषियों को सजी दिलाने की उल्टी गिनती शुरु हो गई है। एनआईए के विशेष न्यायाधीश गुरु गोविंद सिंह मल्होत्रा ने गांधी मैदान बम धमाका मामले में अंतिम बहस के लिए 4 जुलाई की तिथि तय की है।

अभियोजन की ओर से विशेष लोक अभियोजन ललन प्रसाद सिन्हा ने अनुरोध किया है कि प्रस्तुत मामला अंतिम बहस के लिए लंबित है इसीलिए इसमें सुनवाई का फैसला पारित किया गया है विशेष अदालत ने अभियोजन के अनुरोध को सुनने और अभिलेख का अवलोकन करने के बाद यह निर्देश दिया है कि दोनों पक्ष अंतिम बहस की सुनवाई के लिए 4 जुलाई को तैयार होकर आएं।

187 लोगों की हुई है गवाही

इस मामले में अभियोजन ने 187 गवाह पेश किए हैं। फैसले से पहले जज का तबादला होने के कारण मामला लंबित रह गया था। वर्तमान जज मल्होत्रा इस मामले के चौथे जज हैं।

गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी की थी सभा

पटना में हुए सिलसिलेवार बम धमाके का मामला 27 अक्टूबर 2013 का है। उस समय प्रधानमंत्री बनने से पूर्व नरेन्द्र मोदी हुंकार रैली में शामिल होने के लिए पटना आए थे। जहां गांधी मैदान से उन्होंने रैली को संबोधित किया था।

छह लोगों ने गंवाई थी जान

गांधी मैदान और पटना जंक्शन के पास हुए बम धमाकों में 6 लोग मारे गए थे इसकी जांच एनआईए की है इस मामले में आरोपित के खिलाफ मामले की सुनवाई की जा रही है।

Share This Article