NEWSPR डेस्क। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पूर्वोत्तर के दो दिनों के दौरे पर आज असम में हैं। आज अपने असम दौरे पर अमित शाह ने कई सरकारी योजनाओं की आधारशिला रखी। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर के विकास को केंद्र में रखकर 6 साल सरकार चलाई है। इस दौरान शाह ने कहा कि यहां पिछले काफी समय से विकास रुका हुआ था। उन्होंने कहा कि आज असम में विकास का महत्वपूर्ण पड़ाव है।
असम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुवाहाटी में एक कार्यक्रम में कामरूप में दूसरे मेडिकल कॉलेज, नौ लॉ कॉलेजों और ‘बतद्रवा थान’ की आधारशिला रखी।
इस दौरान अमित शाह ने कहा कि असम में लगभग साढ़े 4 साल से असम के अंदर जो विकास की यात्रा मोदी जी के नेतृत्व में यहां सर्वानंद सोनोवाल और हेमंत विश्वा शर्मा की जोड़ी ने आगे चलाई है, इसका एक महत्वपूर्ण पड़ाव आज है।
अमित शाह ने कहा कि मोदी जी ने 2013 के चुनाव अभियान में कहा था कि जब तक पूर्वी भारत विकसित नहीं होता, भारत का विकास असंभव है। 2014 में देश की जनता ने मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया, मोदी जी के जो शब्द थें, उसको उन्होंने चरितार्थ किया है।
इस दौरान अमित शाह ने कहा कि असम में एक समय आंदोलनों का दौर आया, अलग-अलग बातों को लेकर आंदोलन हुए, सैकड़ों युवा मारे गए। असम की शांति को भंग कर दिया गया साथ ही असम के विकास को रोक दिया गया। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि असम में लगभग साढ़े 4 साल से असम के अंदर जो विकास की यात्रा मोदी जी के नेतृत्व में यहां सर्वानंद सोनोवाल और हेमंत विश्वा शर्मा की जोड़ी ने आगे चलाई है, इसका एक महत्वपूर्ण पड़ाव आज है।
अमित शाह ने कहा कि मोदी जी ने 2013 के चुनाव अभियान में कहा था कि जब तक पूर्वी भारत विकसित नहीं होता, भारत का विकास असंभव है। 2014 में देश की जनता ने मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया, मोदी जी के जो शब्द थें, उसको उन्होंने चरितार्थ किया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मुझे आज बड़ा आनंद है कि श्रीमंत शंकरदेव का जो जन्मस्थान था, वो घुसपैठियों ने कब्जाया हुआ था। उसे खाली करके आज शंकर देव की महान स्मृति को चीर काल तक स्थायी करने का काम हेमंत विश्वा शर्मा और हमारे मुख्यमंत्री जी करने जा रहे हैं।
अमित शाह ने कहा कि मोदी जी जबसे प्रधानमंत्री बनें तब से असम की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बहुत बड़ा योगदान किया है। शाह ने कहा कि असम में लगभग 15 लाख अस्थाई और 5-10 लाख स्थायी आबादी के लिए आधुनिक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनने वाली है।
उन्होंने कहा कि असम में 1 लाख से ज्यादा नामघर, वैष्णव सम्प्रदाय को, हमारी संस्कृति को, शंकरदेव के संदेश को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उनमें से 50 साल पुराने 8 हजार नामघरों को आज 2.50 – 2.50 लाख रुपये देने का काम हो रहा है।
इस दौरान अमित शाह ने कहा कि आज राज्य के अंतर्गत 11 विधि कॉलेजों की स्थापना की आधारशिला रखी गई है। असम ने इस देश को गोगोई साहब के रूप में CJI देने का काम किया है। ये विधि विद्यालय अनेक ऐसे विद्वानों को हमारी न्याय प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए देंगे।
उन्होंने कहा कि मोदी जी ने पूर्वोत्तर के विकास को केंद्र में रखकर 6 साल सरकार चलाई है। मुझे भरोसा है कि आगे भी हमारी सरकार इसी प्रकार पूर्वोत्तर की सेवा करती रहेगी। उन्होंने कहा कि पहले 5 साल में कभी कभार कोई प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर में आता था, लेकिन मोदी जी ने 6 साल के अंदर स्वयं 30 बार पूर्वोत्तर के दौरा किया है और हर बार तोहफा लेकर आये हैं।
एक जमाने में यहां के सारे राज्यों में अलगाववादी अपना एजेंडा चलाते थे, युवाओं के हाथों में बंदूक पकड़ाते थे। आज वो सभी संगठन मुख्य प्रवाह में शामिल हो गए हैं और आज युवा अपने नए स्टार्टअप के साथ विश्व भर के युवा के साथ स्पर्धा करके अपने अष्टलक्ष्मी को भारत की अष्टलक्ष्मी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
अमित शाह ने कहा कि अभी कुछ लोग कृषि सुधार कानूनों को लेकर बड़ा आंदोलन कर रहे हैं। मैं सभी से इस मौके पर अपील करना चाहता हूं कि आप मुख्यधारा में आइये, सरकार के साथ चर्चा कीजिये और समस्या का समाधान ढूंढ़िए। उन्होंने कहा कि जहां तक भाजपा का सवाल है, असम को इन 6 साल के अंदर हमने कभी पराया नहीं समझा। असम को दिल्ली ने प्राथमिकता दी है, नार्थ ईस्ट को प्राथमिकता दी है। हर योजना का फायदा असम और यहां की जनता को पहुंचे इसका प्रयास हमने किया है।
उन्होंने कहा कि मैं उन सबसे आज पूछना चाहता हूं कि क्या दिया आपने असम के लोगों को आंदोलन करके। कोई विकास कार्य नहीं हुआ, अगर हुआ तो केवल असम के युवाओं को शहीद करने का काम हुआ।
असम में अगले साल 2021 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस कारण शाह अपने दौरे में भाजपा की विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर भी मंथन करेंगे। असम की 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए 2021 के मार्च-अप्रैल में चुनाव होने की संभावना है। असम में 2016 के विधानसभा चुनाव में साफ जनादेश नहीं आया था। यहां किसी भी पार्टी को वर्तमान विधानसभा में पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। यहां प्रदेश चुनाव समिति भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की सहमति के बाद बनायी गयी है।
शाह इसके बाद कल यानि 27 दिसंबर(रविवार) को अमित शाह गुवाहाटी से मणिपुर जाएंगे। रविवार की सुबह, शाह यहां कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे और मणिपुर के लिए रवाना होंगे। मणिपुर में गृह मंत्री एक मेडिकल कॉलेज समेत कई प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद वह 27 दिसंबर को ही मणिपुर से दिल्ली लौट आएं