NEWSPR डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव में राजद की हार के बाद हार की समीक्षा की जा रही हैं जिससे हार के कारण का पता लगया जा सकें, जिसको लेकर खुद नेताप्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 21 दिसंबर को पार्ट कार्यलय में बैठक बुलाई थी. एक बार फिर राजद हार की समीक्षा के लिए दो कमेटि बनाई हैं, जो पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं के संयोजन में विभिन्न नेताओं और विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की रिपोर्ट पर जांच करेगी।
इन दोनों कमेटियों को 31 जनवरी तक अपना रिपोर्ट सौंपना होगा. साथ ही इस रिपोर्ट के जरिए यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी, की विधानसभा चुनाव के दौरान किन क्षेत्रों में कमजोर प्रयास होने के कारण पार्टी को हार मिली और किन नेताओं ने दूसरे दलों का साथ दिया।
21 दिसंबर को पार्टी कार्यलय बुलाई गई बैठक में को सभी प्रत्याशियों से उनकी राय लिखित रूप में ली गई थी. 21 दिसंबर की पार्टी की बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा था कि हम सभी जिलाध्यक्ष और प्रत्याशियों के सुझाव पर आगे की रणनीति और आगे पार्टी की भविष्य की योजनाओं पर काम करेंगे.
इसी कड़ी में 28 दिसंबर को पार्टी के प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता ने चुनाव संबंधी शिकायतों की जांच के लिए दो कमेटियों का गठन किया है. यह कमेटी उत्तर बिहार के लिए बनाई गई है, जिसके संयोजक डॉ. तनवीर हसन हैं। इसमें पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम के अलावा अरुण कुमार यादव और प्रशांत मंडल को सदस्य बनाया गया है.
दूसरी कमेटी दक्षिण बिहार के लिए बनाई गई है, जिस में पूर्व मंत्री श्याम रजक होंगे और इसमें सदस्य के रूप में रविंद्र सिंह, निराला यादव और मदन शर्मा को रखा गया है.