NEWSPR डेस्क। पटना लगभग 9 महीने के बाद पटना हाईकोर्ट में आज यानी सोमवार से फिजिकल सुनवाई की शुरुआत हो चुकी है। चीफ जस्टिस संजय करोल और जस्टिस एस कुमार की खंडपीठ में कुल 25 मामलों की सुनवाई हो रही है, जिनमें कुछ PIL भी हैं। एक्साइज से संबंधित कुछ मामलों की भी सुनवाई होगी। दो महत्वपूर्ण PIL में एक गया के विष्णुपद मंदिर से जुड़ा है. जबकि दूसरा अवैध तरीके से राज्य में चल रहे पैथोलॉजिकल लैब से संबंधित है। अन्य सभी जज के यहां भी 25-25 जमानत और अग्रिम जमानत की अर्जियों पर सुनवाई होगी।
आपको बता दें कि कोरोना के पहले जहां किसी प्रकार की बंदिश नहीं थी और सबकुछ सहज तरीके से चल रहा था। फरियादी आसानी से कोर्ट परिसर में आकर अपने वकील से मुलाकात कर सकते थे। अपने मुकदमे के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते थे। लेकिन कोरोना काल के इस फिजिकल सुनवाई में किसी भी फरियादी को कोर्ट परिसर में आने की अनुमति नहीं है। कोर्ट में केवल वही वकील आ सकेंगे जिनका मुकदमा सुनवाई के लिए किसी कोर्ट में सूचीबद्ध होगा। इसके लिए भी संबंधित वकील को ई-पास लेना होगा।
बगैर पास किसी को भी प्रवेश नहीं मिल रहा है। जिन वकीलों के जितने मुकदमे होंगे, उतने ही ई-पास उन्हें ऑनलाइन उपलब्ध कराए जाएंगे। सुनवाई समाप्त होने के साथ ही उन्हें कोर्ट परिसर से निकल जाना होगा। न वकालतखाना खुलेगा और न ही कैंटीन। कोरोना के लिए जारी गाइडलाइंस के मद्देनजर सबको बहुत ही सावधानी के साथ सीमित अवधि के लिए ही प्रवेश की इजाजत मिलेगी।
पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…