NMCH में बच्चों का इलाज बंद, 3 डॉक्टर और दोनों में संक्रमण के बाद खाली कराया गया बच्चा वार्ड

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR DESK- राजधानी पटना के एनएमसीएच में दो डॉक्टरों की लापरवाही से बच्चों की मुश्किल बढ़ गई है आपको बता दें कि 2 डॉक्टरों से संक्रमण एक और डॉक्टर और दो नर्स तक फैल गया जिसके बाद बच्चा वार्ड को खाली करा दिया गया अब बच्चों के इलाज के लिए लोग पीएमसीएच जा रहे हैं.

संक्रमित डॉक्टरों ने लक्षण के बाद भी कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं किया और संक्रमण इतना बड़ा की बाट को ही बंद करना पड़ा एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि वार्ड को सैनिटाइजेशन के लिए अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है.

हर दिन 300 बच्चों की थी OPD, 100 होते थे भर्ती

NMCH में हर दिन लगभग 300 के आसपास OPD होती है। बाल रोग विभाग 100 बेडों को अचानक खाली कराने से भर्ती मासूमों को PMCH और IGIMS में शिफ्ट करना पड़ा है। दो दिनों से OPD बंद होने के कारण मरीजों को अब PMCH जाना होगा। PMCH के बाल रोग विभाग में वैसे ही काफी भीड़ होती है।

NMCH से वापस लौटने वाले मरीजों को इलाज के लिए भटकना होगा। पटना सिटी में सदर अस्पताल है, लेकिन NMCH की तरह सुविधा के लिए मरीजों को PMCH या IGIMS ही जाना होगा। ऐसे में मरीजों के परिजनों को काफी दूरी तय करनी होगी और पैसा भी अधिक खर्च करना पड़ेगा।

इस घटना से आप भी हो जाएं सावधान

कोरोना गाइडलाइन का पालन हर किसी को करना है। वैक्सीन लेने वालों को भी इस गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। डॉक्टरों का कहना है कि वैक्सीन में 81 से 82 प्रतिशत का ही रेसियाे रहता है। ऐसे में वैक्सीन लेने वालों को सुरक्षा के लिहाज से हमेशा मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करना चाहिए।

कोविड सेंटर में तैनात डॉक्टरों का कहना है कि वैक्सीन आने के बाद कोरोना को लेकर लोगों में लापरवाही आ गई है। यही लापरवाही भारी पड़ सकती है। ऐसे में हर किसी को इस संक्रमण काल में कोरोना से बचाव को लेकर अलर्ट रहना होगा और गाइडलाइन का पालन करते हुए खुद तो बचना ही होगा साथ में संपर्क में आने वालों को भी बचाना होगा।

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