कोरोना के आगोश में पटना, कोरोना से दहशत का माहौल, एम्स में डॉक्टर्स समेत 384 संक्रमित, समाहरणालय में 24 से अधिक कर्मचारी हैं बीमार

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। पटना बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच, एनएमसीएच के बाद अब पटना एम्स में भी बड़ी संख्या में डॉक्टर्स कोरोना संक्रमित हो गये हैं. इस अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल स्टूडेंट्स, डॉक्टर्स के अलावा आउटसोर्सिंग को मिलाकर कुल 3800 कर्मी हैं, जिसमें से डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ मिलाकर कुल 384 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गये हैं. 1000 बेड की क्षमता वाले पटना एम्स में अभी वर्तमान में 200 कोविड मरीज भर्ती हैं.

एम्स में एक साथ इतने डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ का कोरोना पॉजिटिव होने से इलाज कराने आये मरीज और उनके परिजनों में एक दहशत का माहौल बन है. मेडिकल सुपरिटेंडेंट पटना एम्स डॉ सी एम सिंह ने एम्स के डॉक्टर नर्सिंग व अन्य स्टाफ मिलाकर 384 के कोरोना संक्रमित होने की बात स्वीकार की है. एम्स कर्मी डॉक्टर समेत अन्य स्टाफ्स अपने घरों क्वार्टर्स आदि में आइसोलेट होकर स्वस्थ हो रहे हैं.

वही अगर पटना समाहरणालय की बात की जाये तो कई अधिकारी व कर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. जिले के एनडीसी, सांख्यिकी पदाधिकारी, बाल संरक्षण पदाधिकारी, माइनिंग ऑफिसर, बीडीओ दानापुर, डीसीएलआर बाढ़, प्रोटोकॉल ऑफिसर, महिला सीनियर डिप्टी कलेक्टर, दानापुर सीओ, बिहटा बीडीओ, दुल्हिन बाजार बीडीओ समेत कई अधिकारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.

इनके अलावे भूअर्जन, नजारत व अन्य विभागों के करीब एक दर्जन से अधिक कर्मी संक्रमित हो गये हैं. इसके अलावे सिटी मजिस्ट्रेट की भी तबीयत खराब है और वे भी छुट्टी पर चले गये हैं. इतना ही नहीं कई अधिकारी व कर्मी शरीर दर्द, सिर दर्द से परेशान हैं. पिछले साल भी कई अधिकारी व कर्मी भी कोरोना संक्रमित हो गये थे.

पिछले साल 2020 में तत्कालीन डीएम कुमार रवि भी कोरोना की चपेट में आ गये थे. पटना सदर प्रखंड कार्यालय के प्रधान लिपिक समेत चार-पांच कर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके है. प्रखंड कार्यालय में भी सैनिटाइजेशन कराया गया है. कोरोना संक्रमित होने के कारण कर्मियों की कमी होने से प्रखंड़ कार्यालय में होने वाले कार्यों की गति धीमी हो गयी है.

पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…

 

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