NEWSPR DESK- बिहारशरीफ के बिंद के कथराही गांव में बैंककर्मी बेटे के बाद उनके पिता तो हरनौत में शिक्षक भाई के बाद बहन की कोरोना से मौत हो गयी। इनके अन्य परिजनों की भी हालत गंभीर बनी हुई है। इससे इन गांवों में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है।
कथराही में तो बेटे की मौत की खबर सुनते ही माता-पिता की तबीयत खराब हो गयी थी। इससे पिता की शुक्रवार को मौत हो गयी। जबकि, माता गंभीर रूप से बीमार हैं।
बिन्द के कथराही गांव मे कोरोना के कहर से एक परिवार का घर उजड़ गया। दो दिनों के अंतराल में एक ही परिवार के दो लोगों की मौत हो गई। दो दिन पहले बेटे की मौत हुई थी। शुक्रवार को पिता की मौत हो गयी। जबकि, इस परिवार के एक महिला सदस्य की हालत गंभीर है। परिजनों के क्रंदन से घर में कोहराम मचा है। गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। लोगों की आंखें नम हैं।
भाई बहन दोनों की ही उठी अर्थी..
कोरोना कहर के काल के गाल में भाई बहन समा गए। इसने एक पखवारा के अंदर भाई बहन की जीवन लीला को समाप्त कर दिया। न राखी बंधवाने के लिए हाथ रहा, न ही राखी बांधने वाली का साथ रहा। भाई के श्राद्ध कर्म खत्म होने के दो दिन बाद बहन का श्राद्ध करना पड़ा। इसे संयोग ही कहेंगे कि दोनों भाई बहन की अर्थी भी शुक्रवार को कही उठी। जिसने भी इस घटना को सुना, उसका ह्रदय जार जार कर रो उठा।
16 अप्रैल को भाई व 30 अप्रैल को बहन की अर्थी उठने पर इन दोनों परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया। एक बहन के लिए भाई का खोने का गम सहन नहीं हो पाया। भाई के मरने के एक पखवारा के अंदर दुनिया छोड़ कर चली गई।
सरथा गांव के कोरोना पॉजिटिव शिक्षक सुधांशु कुमार की 16 अप्रैल को पावापुरी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार की सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मौत के बाद अस्पताल से कोरोना गाइडलाइन के अनुसार बैग में लपेट कर शव परिजन के हवाले कर दिया गया। शव सरथा पहुंचते ही गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया था। चाह कर भी परिजन व गांव के लोग उनका अंतिम दर्शन नहीं कर पाए थे।
अंतिम संस्कार करने के लिए गांव के कुछ साहसी युवा आगे आए थे। लोगों ने गंगा घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया था। ठीक पंद्रहवां दिन शुक्रवार की सुबह बहन पूनम देवी की भी अर्थी उठ गई। कल्याण बिगहा थाना क्षेत्र के महथवर गांव के छोटे सिंह की पत्नी 45 वर्षीया पूनम देवी की शुक्रवार की सुबह मौत हो गई। पूनम देवी पहले से भी बीमार रहती थी।