Patna Desk: बिहार में कोरोना महामारी की दूसरी लहर चल रही है. जिसकी वजह से बिहार सरकार ने लॉकडाउन को 1 जून तक आगे बढ़ा दिया है. ऐसे में जहां महाराष्ट्र में लॉकडाउन के कारण मजदूरों का पलायन जारी है. वहीं, दूसरी ओर अन्य राज्यों से आना-जाना लगभग बंद हो चुका है. इस स्थिति में ट्रेनों में यात्री नहीं होने के कारण रेलवे को सेवाएं रद्द करनी पड़ रही हैं.
आपको बता दें, कोरोना के कारण महाराष्ट्र से आने वाली ट्रेनों में कुछ दिन पहले से यात्रियों की संख्या काफी कम हो चुकी है. जिसको देखते हुए कई ट्रेनों को रद्द किया गया है.
किन-किन ट्रेंनों को रद्द किया गया है देखिये…
यात्री संख्या में निरंतर कमी और कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से दानापुर और राजगीर से चलने वाली 2 जोड़ी एक्सप्रेस स्पेशल तथा पटना एवं सासाराम से चलने वाली 2 जोड़ी मेमो पैसेंजर स्पेशल ट्रेनों का परिचालन भी 27 मई से अगले आदेश तक रद्द किया जा रहा है. 03391 राजगीर-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन का परिचालन 27 मई से अगले आदेश तक रद्द रहेगा. 03257 दानापुर आनंद विहार टर्मिनल एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन का परिचालन भी 27 मई से अगले आदेश तक रद्द रहेगा. इसके साथ ही पटना-गया मेमू स्पेशल ट्रेन का परिचालन 27 मई से रद्द कर दिया गया है. आरा-सासाराम डेमू स्पेशल ट्रेन का परिचालन 27 मई से अगले आदेश तक रद्द किया जा रहा है.
ट्रेनों में यात्री की कमीट्रेनों में यात्री की कमीलोग लौट चुके हैं अपने घर बाहर प्रदेशों से जिन लोगों को अपने घर लौटना था, अधिकांश लोग घर लौट चुके हैं. जिस कारण से ट्रेनों के डिब्बे खाली नजर आ रहे हैं. कोरोना काल के कारण एक बार फिर से ट्रेनों के परिचालन पर ब्रेक लगने लगा है. यात्रियों की संख्या कम होने के कारण लगातार मेल एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रद्द किया जा रहा है.
पूर्व मध्य रेल में गिनती के लिए ट्रेनें चल रही हैं. जहां 170 मेल एक्सप्रेस गुजरा करती थी, वहां अब 90 मेल एक्सप्रेस ही गुजर रही है. जिसका नतीजा रेलवे स्टेशनों पर देखने को मिल रहा है. अमूमन रेलवे स्टेशन यात्रियों से गुलजार रहा करता था, वहां अब सन्नाटा छा गया है.स्टेशन पर भी कम दिख रहे यात्रीस्टेशन पर भी कम दिख रहे यात्रीअधिकांश ट्रेनों में बर्थ खाली.
आपको बताते चलें कि कोरोना की पहली लहर से बे पटरी होने के बाद जैसे-जैसे पटरी पर आए रेलवे की रफ्तार को दूसरी लहर फिर से बेपटरी करती जा रही है, संक्रमण का संकट इतना विकट हो गया है कि इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. लगभग 25% ही ट्रेन चल रही है, इनमें भी यात्रियों की संख्या लगभग 40% रह गई है. इतना ही नहीं, पूर्व मध्य रेल में लगभग एक 2100 से ज्यादा रेल कर्मचारी भी पॉजिटिव हो चुके हैं. कई लोग कोरोना की चपेट में आकर जान भी गंवा चुके हैं. महाराष्ट्र और दिल्ली से अधिकांश ट्रेनों में 29 मई तक बर्थ खाली हैं. वहीं गुजरात से आने वाली ट्रेनों में अभी यात्रियों की संख्या कम नहीं हुई है.पटना जंक्शनपटना जंक्शन पर खड़ी ट्रेन.