भारत में तेजी से फैलते कोरोना के प्रकोप के बीच देश के कई राज्यों में वैक्सीन की किल्लत देखने को मिल रही है. इसी बीच रूसी वैक्सीन स्पूतनिक को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है. भारत की डॉ रेड्डी लेबोरेटरी कंपनी ने इस वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया है. यह वैक्सीन जून के दूसरे सप्ताह से अपोलो अस्पताल में मिलने लगेगी. इस बात की जानकारी अपोलो ग्रुप ने दी है.
कंपनी की एक्जिक्यूटिव वाइस चेयरपर्सन शोभना कमिनेनी ने वैक्सीनेशन कार्यक्रम को तेज करने संबंधी जानकारी देते हुए कहा कि हम जून से 10 लाख वैक्सीन की डोज हर सप्ताह देंगे. इसके बाद जुलाई से डोज की संख्या दोगुनी कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि इस साल सितंबर तक हम 2 करोड़ वैक्सीन की डोज लगाने की योजना बना रहे हैं.
वहीं भारत में इस महीने दूसरी बार 24 घंटे में दो लाख से कम 1,86,364 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,75,55,457 हो गई. देश में 44 दिन बाद कोविड-19 के इतने कम नए मामले सामने आए हैं. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 3,660 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,18,895 हो गई.
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 33,90,39,861 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 20,70,508 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई. देश में नमूनों के संक्रमित आने की दर भी कम होकर नौ प्रतिशत हो गई थी. पिछले चार दिनों से यह 10 प्रतिशत से कम है. संक्रमण की साप्ताहिक दर भी कम होकर 10.42 प्रतिशत हो गई है.
मंत्रालय के अनुसार, देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी कम होकर 23,43,152 हो गई है, जो कुल मामलों का 8.50 प्रतिशत है. अभी तक कुल 2,48,93,410 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 90.34 प्रतिशत है. कोविड-19 से मृत्यु दर 1.16 प्रतिशत है.