Patna Desk: मेहुल चोकसी, अखबारों और सोशल मीडिया पर इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं. वजह करीब 13500 करोड़ के पीएनबी घोटाले में संलिप्त. मेहुल चोकसी को भारत वापस लाने की कवायद के बीच अब एक नया खुलासा हुआ है.
दरअसल, एंटीगा के प्रधानमंत्री गस्तोन ब्राउन ने मेहुल को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है. उन्होंने कहा है कि, एंटीगा से लापता हुआ मेहुल चोकसी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ डोमिनिका गया था, ऐसा पता चला है. ये दावा ऐसे समय सामने आया है, जब भारत से एक विमान डोमिनिका पहुंचा है. चर्चा है कि ये मेहुल को लाने के लिए गया है. एंटीगा के प्रधानमंत्री ने ये भी कहा है कि भारतीय अधिकारी मेहुल चोकसी की कस्टडी लेने के लिए डोमिनिका पहुंच चुके हैं. डोमिनिका के अधिकारियों को सारे कागजात सौंप दिए गए हैं. उन्हें संतुष्ट करने की कोशिश हो रही है कि मेहुल चोकसी भगोड़ा है, और उसे सीधे भारत प्रत्यर्पित कर दिया जाए.
आपको बता दें, एक इंटरव्यू में गस्तोन ब्राउन ने कहा कि, मेहुल चोकसी ने एक गलती कर दी है. हमें जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ यात्रा कर रहा था. लेकिन पकड़ा गया. अब उसे भारत को प्रत्यर्पित कर दिया जाएगा.
इधर, चोकसी कुछ और ही कहानी बता रहा है
एंटीगा के प्रधानमंत्री मेहुल चोकसी के गर्लफ्रेंड के साथ डोमिनिका जाने की बात कह रहे हैं, वहीं मेहुल के वकील इस पूरी घटना की अलग ही कहानी बता रहे हैं. एक अखबार के मुताबिक, मेहुल चोकसी ने वकील के जरिए आरोप लगाया है कि भारत से जुड़े कुछ लोग उसे 23 मई को अगवा करके डोमिनिका ले गए थे. इसमें एंटीगा के अधिकारी भी शामिल हैं. चोकसी के वकील का ये भी आरोप है कि इस दौरान मेहुल चोकसी को बुरी तरह पीटा गया. मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने रविवार को एक अखबार से कहा-
ये सभी थ्योरी कि मेहुल चोकसी खुद एंटीगा से भागकर कहीं जा रहा था, कॉमन सेंस के उलट हैं. पहली बात तो ये कि एंटीगा में रहने में ही उसका हित है. मुझे जानकारी मिली है कि उसका पासपोर्ट एंटीगा में ही है. कोई भी अपना पासपोर्ट जेब में लिए बगैर भागने की कोशिश नहीं करेगा.
एंटीगा के पुलिस चीफ ने मेहुल चोकसी के वकील के आरोपों से इंकार किया है.
मेहुल के अपहरण के आरोपों के बाद उस अखबार ने डोमिनिका पोर्ट पर मौजूद एक ऐसे शख्स से संपर्क किया जो डोमिनिकन अथॉरिटीज के साथ काम करता है. इस शख्स ने 25 मई को दो लोगों को डोमिनिका में एंट्री का इंतजाम किया था. इस शख्स का नाम है एंड्रयू. हालांकि एंड्रयू ने मेहुल चोकसी के बारे में जानकारी होने से साफ मना कर रहा है. एंड्रयू का कहना है कि भारतीय मूल का एक ब्रिटिश नागरिक और एक भारतीय नागरिक डोमिनियन पोर्ट पर आए थे. चूंकि कोविड की वजह से कस्टम क्लियरेंस के नियम बदल गए हैं, इसलिए उन्हें एंट्री नहीं मिल सकी. डोमिनिका में इस वक्त एंट्री के लिए पहले 14 दिन क्वारंटीन रहने का नियम है. ऐसे में ये दोनों लोग सेंट लूशिया नाम के पड़ोसी द्वीप पर गए और वहां से वापस चले आए. वो दोनों लोग कहां गए और कौन थे, इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है. कुछ खबरों में दावा किया जा रहा है कि यही वो लोग थे जो 25 मई को डोमिनिका आए और मेहुल को अगवा किया.
फिलहाल मेहुल चोकसी की कथित किडनैपिंग और उत्पीड़न का मामला डोमिनिकन हाई कोर्ट के सामने है. कोर्ट में 2 जून को सुनवाई होनी है. इससे पहले कोर्ट ने मेहुल चोकसी को किसी भी दूसरे देश को सौंपने पर रोक लगा दी है. डोमिनिकन अधिकारियों के मुताबिक, मेहुल चोकसी की कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई है. इसके बाद उसे पुलिस हिरासत में डोमीनिका के एक अस्पताल में रखा गया है.