Patna Desk: बिहार में बुद्धिजीवी राक्षस कौन है? बिहार में अनपढ़ मुख्यमंत्री बनाम बुद्धिजीवी राक्षस क्या नए सियासी संग्राम का संकेत है? ये इशारा आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने खुद दिया है.
दरअसल, पॉलिटिकल ड्रामा वेब सीरीज ‘महारानी’ को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के जोड़कर देखा जा रहा है. राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री बनने की कहानी से प्रेरित बताकर कई लोग मजाक भी उड़ा रहे हैं. वहीं इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहने वाली रोहिणी आचार्य ने अपनी मां यानि राबड़ी देवी के साथ एक फोटो शेयर करके ‘बुद्धिजीवी’ शब्द पर खूब वार किया है.
रोहिणी ने उन लोगों पर सवाल उठाया है, जो राबड़ी देवी के राज को अनपढ़ महिला कहकर मजाक उड़ाते हैं. रोहिणी ने उन बुद्धिजीवियों को राक्षस कहा है. “बालिकागृह कांड भी. एक धारावाहिक का हिस्सा नहीं था. बिहार के इतिहास में दर्ज हुआ एक ऐसा काला धब्बा है. पढ़े-लिखे बुद्धिजीवी के ही द्वारा रचा गया राक्षसी कारनामा है. नोट- राबड़ी देवी जी के राज को अनपढ़ महिला कहकर उपहास उड़ाने वाले उन बुद्धिजीवी राक्षसों का जवाब है.”
मुख्यमंत्री की ओर से कोरोना में अनाथ हुए बच्चों को हर माह 1500 रुपये दिए जाने की घोषणा पर भी रोहिणी ने हमला बोला है. रोहिणी ने एक दूसरा ट्वीट करते हुए लिखा कि “यही फुर्ती पहले दिखला जाते. ऑक्सीजन वेंटिलेटर और हॉस्पिटल को समय रहते चुस्त-दुरूस्त जो किया हुआ होता. हजारों जानें तड़प-तड़प कर यूं न गई होती. हर बार की भांति अपनी नाकामी को छुपाने का यही तेरा चाल है. क्या बुद्धिजीवियों का यही काम है?
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी सरकार को घेर रही है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि बिहार के एक-एक गांव में सौ-सौ लोग मर रहे हैं लेकिन फिर भी नीतीश सरकार सो रही है.