बिहार में पिछले दिनों बिहार विधान परिषद की समितियों का पुनर्गठन किया गया था l कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने समितियों का पुनर्गठन करते हुए सदस्यों को अलग-अलग समितियों की जिम्मेदारी दी थी l लेकिन कार्यकारी सभापति के फैसले से एमएलसी संजय पासवान नाखुश दिखे और आज उन्होंने समिति से इस्तीफा देने का फैसला कर लिया l
कौन सी जिम्मेदारी मिली थी
बीजेपी के विधान पार्षद संजय पासवान को परिषद की अनुसूचित जाति जनजाति समिति का सभापति बनाया गया था l उन्होंने अपना इस्तीफा परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह को भेज दिया है l कार्यकारी सभापति भी बीजेपी के ही हैं संजय पासवान की नाराजगी इस बात को लेकर के है कि उन्हें अनुसूचित जाति से आने के कारण अनुसूचित जाति जनजाति समिति का सभापति बनाया गया l
आसान भाषा में ये कह सकते हैं की जाती देख कर जिम्मेदारी दी गयी l
क्या कहते हैं संजय पासवान
संजय पासवान ने कहा कि लगभग एक दशक पहले उन्होंने विधानसभा और लोकसभा का चुनाव अनुसूचित जाति वाली सुरक्षित सीट से नहीं लड़ने का फैसला कर लिया था लेकिन आज उन्हें इसी वर्ग से आने के कारण अनुसूचित जाति जनजाति समिति का सभापति बनाया गया l इसी बात पर गुरुवार को समिति की पहली बैठक में शामिल होने पहुंचे थे जहां पर से वह नाराज होकर निकल गए l इसके बाद उन्होंने इस्तीफा कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह को दे दिया l संजय पासवान के इस्तीफे के बाद यह कयास लगाई जा रही है कि शायद बीजेपी खेमे में आपस में अब कोल्ड वॉर शुरू हो जाए l क्योंकि बीजेपी कहीं दो नेता अब एक-दूसरे के आमने-सामने मतभेद लेकर खड़े हैं l