दो जजों समेत कई अधिकारियों व कारोबारियों से लाखों की ठगी करने के आरोपित रांची के बिल्डर अरविंद कुमार ठाकुर को पटना के शास्त्रीनगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यही नहीं, गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने रांची में स्थित उसके दो फ्लैटों को भी सील कर दिया है। ठगी के इस मामले में पकड़े गये बिल्डर की पत्नी भी आरोपित है। ठगी के एक मामले में आरोपित बिल्डर पहले भी जेल जा चुका है। पुलिस की मानें तो पकड़ा गया बिल्डर अर्जुना होम्स प्राइवेट लिमिटेड का डायरेक्टर है। कंपनी की दूसरी डायरेक्टर उसकी पत्नी शशिकला है।
क्या है पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक ठगी के शिकार बने एक जज की तैनाती वर्ष 2014 में रोहतास में थी। आरोप है कि बिल्डर ने उन्हें अपनी कंपनी के बारे में बताया। यह भी बताया कि पटना के शास्त्रीनगर स्थित पटेल नगर में वह एक बड़ा अपार्टमेंट बनवा रहा है, जो सितंबर 2014 में तैयार हो जाएगा। निर्माण पूरा होते ही फ्लैट की रजिस्ट्री कर दी जाएगी। यही नहीं, अरविंद और उसकी पत्नी ने एलआईसीएचएफएल शाखा पटना में कार्यरत एक अधिकारी से लोन पास करवाने की भी बात कही। पैसा नहीं होने की बात कहने पर अरविंद ने कहा कि सिर्फ अभी एग्रीमेंट फार सेल कर दीजिए। मुझे पैसे की तत्काल जरूरत है l
बातों में आकर जज ने एसबीआई से एक लाख का पर्सनल लोन लेकर अरविंद से संपर्क किया। इसके बाद एक फ्लैट सेल परचेस एग्रीमेंट की रजिस्ट्री ऑफिस में रजिस्टर हुई। इसके बाद होम लोन पास करवाकर जज के नाम से एलआईसीएचएफएल में लोन अकाउंट खोला गया और 40 लाख रुपये स्वीकृत किये गये। जज का आरोप है कि पैसे ऐंठने के बावजूद अबतक फ्लैट का कार्य पूरा नहीं कराया गया। पैसे वापस करने की मांग पर आरोपित बिल्डर और उसकी पत्नी रांची के बरियातू स्थित फ्लैट में रहने लगे और संपर्क बंद कर दिया। तब पीड़ित के आवेदन पर शास्त्रीनगर थाने में केस दर्ज हुआ। शास्त्रीनगर थाना प्रभारी रामशंकर सिंह ने बताया कि पकड़े गये आरोपित बिल्डर से पूछताछ की जा रही है।