पटना डेस्क: खबर सासाराम से है। जहां करोड़ों की लागत से सदर अस्पताल के परिसर में डॉक्टरों तथा स्वास्थ्य कर्मियों के रहने के लिए आवास की व्यवस्था की गई। लेकिन संवेदक के लापरवाही के कारण वह अर्ध-निर्मित रह गया। आलम यह है कि अब डॉक्टरों के रहने वाले अर्धनिर्मित मकान को स्थानीय लोगों ने तबेला बना दिया है। आसपास के लोग इसमें अपने मवेशी बांधने लगे हैं। इतना ही नहीं असामाजिक तत्वों का भी यहां जमावड़ा लगता है। क्योंकि भवन अर्धनिर्मित है और संवेदक बीच में ही काम छोड़कर फरार हो गया हैं। इस परिस्थिति में यह पूरा नहीं हो सका।
दिक्कत यह है कि जिस आशा के साथ इस भवन का निर्माण हो रहा था, वह पूरा नहीं हो सका। लोगों को उम्मीद थी कि जब यह भवन बन जाएगा, तो अस्पताल में पदस्थापित डॉक्टर तथा स्वास्थ्य कर्मियों को आवास के लिए अन्यत्र नहीं जाना होगा। सभी लोग मुख्यालय में रहेंगे। जिससे मरीजों केलिय आपात स्थिति में डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार ने बताया कि पूरे मामले की सूचना वरीय अधिकारियों को दे दी गई है। भवन निर्माण विभाग के संवेदक बीच में ही काम छोड़ कर चले गए हैं। ऐसे में बचे हुए कार्यों का फिर से टेंडर होना है।