NEWSPR डेस्क। गिरिडीह ज़िले के एक गांव में ग्रामीणों ने एक शख्स को जकड़कर रात भर इस कदर पीटा कि उसकी हालत अधमरी हो गई. ग्रामीणों ने इस शख्स पर पहले दुष्कर्म का आरोप लगाया और फिर कानून और इंसाफ अपने हाथ में लेकर सबक सिखाने की कोशिश की. एक तरह से यह मॉब लिंचिंग की कोशिश थी, लेकिन ताज्जुब की बात यह रही कि रात से सुबह हो गई, लेकिन पुलिस को इस घटना की कोई भनक नहीं लगी. यही नहीं इस घटना का वीडियो वायरल हो गया, तब जाकर पुलिस मौके पर पहुंची. लेकिन इसके बाद पुलिस की कार्रवाई को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
मामला ज़िले के हीरोडीह थाना अंतर्गत पालमो का है, जहां पड़ोसी गांव भुचरोबाद निवासी धनेश्वर यादव को कथित रूप से 33 वर्षीय महिला के साथ दुष्कर्म का आरोपी मान लिया गया. इसके बाद ग्रामीणों ने यादव के हाथ पांव बांधकर उसकी बेरहमी से पिटाई की. महिलाओं ने भी आरोपी को कीचड़ में पटककर डंडों से बुरी तरह पीटा. बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने यादव के साथ मारपीट देर रात शुरू की थी, जो सुबह तक जारी रही. ग्रामीणों ने आरोपी को पुलिस के सुपुर्द करने के बजाय खुद ही इंसाफ करने की कवायद की.
इधर हीरोडीह थाना पुलिस मॉब लिंचिंग की कोशिश किए जाने की घटना को लेकर बेखबर रही. वहीं, घटना से जुड़ा एक वीडियो वायरल होने के बाद जब पुलिस पहुंची तो कानून हाथ में लेने वाले ग्रामीणों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. बताया जाता है कि पुलिस ने दुष्कर्म के आरोप में यादव को जेल में डाल दिया है, जबकि ग्रामीण यादव के खिलाफ दुष्कर्म का कोई पुख्ता सबूत नहीं दे सके. इस पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई को लेकर इलाके में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.