NEWSPR / DESK : झारखंड में कोरोना के दूसरी लहर में कहर बरपाने वाले डेल्टा म्यूटेंट के बाद अब डेल्टा प्लस म्यूटेंट ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। महाराष्ट्रा, केरल और मध्यप्रदेश में डेल्टा प्लस के मामलों की पुष्टि होने के बाद केंद्र सरकार ने तीनों राज्यों को एलर्ट कर दिया है। साथ ही केंद्र सरकार ने झारखंड को भी सावधान करते हुए विशेष एहतियात बरतने की हिदायत दी है।
राज्य सरकार को भेजे गए पत्र में केंद्र सरकार ने आगाह किया है कि डेल्टा प्लस के कारण तीसरी लहर के आने की संभावना जताते हुए रोकथाम के उपायों पर जोर देने की हिदायत दी है। इसके लिए केंद्र सरकार ने व्यापक स्तर पर कोविड जांच करने, पॉजिटिव मरीजों की सघन और त्वरित कांटैक्ट ट्रेसिंग कर जांच सुनिश्चित करने एवं टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के साथ साथ भीड़ को रेाकने एवं कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने की हिदायत दी है। डेल्टा प्लस वैरिएंट से बचाव की तैयारी को लेकर गुरुवार को केंद्र सरकार झारखंड के साथ साथ अन्य राज्यों के अधिकारियों के साथ समीक्षा भी करेगी। बताया जा रहा है कि रिम्स से भी तीन सैंपल डेल्टा प्लस वैरिएंट के संदेह में जांच के लिए भुवनेश्वर भेजे गए हैं। लेकिन अभी तक उसकी रिपोर्ट नहीं आई है
बीच-बीच में चलेगा मास टेस्टिंग ड्राईव
स्वास्थ्य विभाग के वरीय आईईसी प्रभारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि मंगलवार को राज्य में मास टेस्टिंग ड्राईव चलाया गया था। इसमें 1.30 लाख लोगों की कोरोना जांच की गयी। सरकार इस मामले में सतर्क है। राज्य में जांच की रफ्तार और बढ़ाई जाएगी। इसके लिए बीच बीच में अलग अलग पॉकेट में मास टेस्टिंग ड्राईव चलाए जाएंगे ताकि संक्रमण का पता लगाने के साथ साथ प्रति 10 लाख की आबादी जांच की संख्या के मामले में ही हम आगे आएंगे।
राज्य के 62 प्रतिशत सैंपल में मिले हैं डेल्टा वैरिएंट
राज्य में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान (अप्रैल से 9 जून 2021) जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए 364 सैंपल आईएलएस, भुवनेश्वर भेजे गए थे। इसमें से 90 प्रतिशत यानी 328 सैंपल में डेल्टा, कप्पा, अल्फा समेत आठ म्यूटेंट मिले थे। सबसे चिंता की बात यह है कि 362 में से 62.19 प्रतिशत (204) सैंपल में डेल्टा वेरिएंट की पुष्टि हुई है। पांच जिलों रांची, जमशेदरपुर, धनबाद, हजारीबाग और पलामू से भेजे गए 328 सैंपल में से 204 में डेल्टा, 63 में कप्पा, 29 में अल्फा और 32 में अन्य वेरिएंट मिले हैं। डेल्टा वैरिएंट के मामले सबसे ज्यादा जमशेदपुर में 86, हजारीबाग में 39, धनबाद में 32, रांची में 26, व पलामू में 21 मामले मिले हैं।
यह डेल्टा प्लस आखिर है क्या ?
रिम्स के माईक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ मनोज कुमार के अनुसार कोरोना के नए म्यूटेंट डेल्टा प्लस में अतिरिक्त म्यूटेंट के417एन है, जो डेल्टा (बी.1.617.2) को डेल्टा प्लस में बदल देता है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह म्यूटेंट अधिक संक्रामक है लेकिन भारत में इसकी संख्या बहुत कम है। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मरीज मिले हैं वहां पॉजिटिविटी रेट काफी ज्यादा रही है। कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके मरीजों में बना एंटीबॉडी भी डेल्टा प्लस वैरिएंट के खिलाफ उतना कारगर नहीं रह सकता। इसके लिए भी सबसे ज्यादा कारगर कोविड प्रोटोकॉल ही है। बचने का उपाय है कि भीड़ भाड़ से बचें, मास्क का प्रयोग करें, हाथ धोते रहें और अनावश्यक घर से बाहर न निकलें।
कहां-कहां मिले हैं डेल्टा प्लस म्यूटेंट
डेल्टा की तरह डेल्टा प्लस से संक्रमण के मामले भी सबसे पहले भारत में मिले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 36 मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र में 21, मध्य प्रदेश में 6, केरल में 3, पंजाब में 1, तमिलनाडु में 3 और आंध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में 1-1 मरीज मिले हैं। केरल के पलक्कड़ और पथनमथिट्टा में जबकि एमपी के भोपाल और शिवपुरी जिलों में इससे संक्रमित मरीज मिले हैं।