NEWSPR डेस्क। ऐसा शायद ही हुआ हो कि किसी संस्था या विभाग का कोई वरिष्ठ व्यक्ति कहीं निरीक्षण करने जाए और थोड़ी देर बाद पुलिस उसे गिरफ्तार कर ले। भागलपुर में कुछ ऐसा ही द को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष के साथ हुआ। हुआ यूं कि को-ऑपरेटिव बैंक अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह बांका में 2.5 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे को-ऑपरेटिव बैंक भवन के निर्माण का बुधवार को निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने वहां अनियमितता देखी तो भड़क गए।
बताया जा रहा है कि बैंक अध्यक्ष ने मौके से ही डीएम को फोन लगाया और इसकी शिकायत की। इसके थोड़ी देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पता चला कि बैंक अध्यक्ष के खिलाफ इसी भवन निर्माण के चक्कर में एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। यह मुकदमा उनके पिछले निरीक्षण के बाद जूनियर इंजीनियर विश्वजीत कुमार ने दर्ज कराया था।
जूनियर इंजीनियर ने एससी-एसटी थाना पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि बैंक अध्यक्ष ने उनके साथ मारपीट और जाति सूचक गाली-गलौच की। निरीक्षण के दौरान वह इतने गुस्से में थे कि जूनियर इंजीनियर को जमकर डांटने के बाद थप्पड़ भी लगा दिया था। इसी एफआईआर की वजह से बुधवार को बैंक अध्यक्ष जब दोबारा निरीक्षण के लिए बैंक के निर्माणाधीन भवन पहुंचे और उन्होंने डीएम को फोन किया तो थोड़ी देर बाद पहुंची टाउन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।