NEWSPR/DESK : दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में हैदराबाद से दोनों आरोपी आतंकियों को शुक्रवार को पटना लाया गया। पटना एयरपोर्ट पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था के साथ इन्हें बाहर लाया गया। गुरुवार को NIA की टीम ने हैदराबाद के न्यू मेलापल्ली इलाके में छापेमारी की थी, जहां से टीम को IED बम बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले विस्फोटकों से संबंधित कई तरह के दस्तावेज हाथ लगे थे। ये छापेमारी बुधवार को गिरफ्तार किए गए मो. इमरान मलिक और उसके भाई नासिर मलिक के ठिकाने पर हुई थी। दोनों के तार लश्कर-ए-तैयबा के जरिए लीम ऊर्फ टुईंया और इकबाल काना से जुड़े हुए हैं। पटना पहुंचने के बाद दोनों आतंकी भाइयों को ATS ऑफिस ले जाया गया है। यहां इमरान और नासीर से ATS बिहार के अधिकारी पूछताछ करेंगे। इसके बाद NIA की टीम और ATS स्वात दस्ते के साथ इमरान और नासीर को लेकर NIA कोर्ट जाएगी।
NIA की टीम ने इन दोनों के घर और उस जगह को खंगाला, जहां पर ये दिखावे के लिए कपड़े का कारोबार कर रहे थे। सूत्रों की मानें तो दोनों भाइयों की गिरफ्तारी के बाद हुई इस छापेमारी में एक बड़ा सबूत NIA टीम के हाथ लगा था। इनके एक ठिकाने से उस केमिकल का अंश मिला है, जिसका इस्तेमाल दरभंगा पार्सल ब्लास्ट में हुआ था। इसे और पुख्ता करने के लिए बरामद केमिकल के अंश की CFSL भेजा गया है। वहां उसकी जांच कराई जाएगी। दरभंगा स्टेशन पर ब्लास्ट के बाद FSL की तरफ से जुटाए गए सबूत और उस 100ml की शीशे की बोतल से मिलान किया जाएगा, जिसमें केमिकल ब्लास्ट हुआ था l