NEWSPR/DESK : भारत की राजनीति में शायद ही कोई ऐसा दिन बीता हो जिस दिन भारत के राजनेताओं ने हिंदू मुस्लिम मुद्दे को ना उठाया हो l इसके पीछे कारण भी है कि हिंदू मुस्लिम मुद्दा इस देश में सबसे आसानी से राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल में आता है l
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने विवादित बयान दिया है. राजभर ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के डीएनए वाले बयान को लेकर निशाना साधा है. राजभर ने मंगलवार को कहा कि बीजेपी में जितने बड़े हिंदू नेता है, उन्होंने अपनी बेटी-बहन की शादी किसी न किसी मुस्लिम परिवार में कराई है. इसलिए उनका डीएनए एक है l
बीजेपी नेता हिंदू-मुस्लिम को भड़का कर दंगा कराते है
राजभर ने एक ट्वीट कर कहा कि बीजेपी नेता हिंदू-मुस्लिम को भड़का कर दंगा कराते है, लेकिन मुसलमानों से इनके पर्सनल रिश्ते अच्छे है.
राजभर की ये टिप्पणी भागवत के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत में सभी धर्मों के लोगों का डीएनए एक ही है.
भागवत ने क्या कहा था ?
मोहन भागवत ने गाजियाबाद में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में रविवार को कहा था कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है, चाहे वे किसी भी धर्म के हों. उन्होंने कहा कि हिंदू-मुस्लिम एकता भ्रामक है क्योंकि वे अलग-अलग नहीं, बल्कि एक हैं. पूजा करने के तरीके के आधार पर लोगों में भेद नहीं किया जा सकता.
संघ प्रमुख ने इस कार्यक्रम में ये भी कहा था कि हम लोकतांत्रिक देश में रहते हैं. यहां हिंदू या मुसलमानों का प्रभुत्व नहीं हो सकता. केवल भारतीयों का प्रभुत्व हो सकता है. अगर कोई हिंदू ये कहता है कि मुस्लिमों का यहां नहीं रहना चाहिए तो वो शख्स हिंदू नहीं है
भारतीय मित्र पार्टी के सुप्रीमो धनेश्वर महतो ने मोहन भागवत के बयान की निंदा की
गांधी मैदान स्थित भारतीय मित्र पार्टी के कार्यालय में पार्टी सुप्रीमो धनेश्वर महतो ने मोहन भागवत के बयान की निंदा की है बता दें कि मोहन भागवत ने कहा है कि हिंदू और मुस्लिम दोनों के डीएनए एक ही है लेकिन जो मॉब लिंचिंग करता है और मुसलमानों के लिए अपशब्द कहता है वह हिंदू को ही नहीं सकता वही इस बयान को लेकर 7 जुलाई को धनेश्वर महतो ने कहा कि वह इस बयान के लिए मोहन भागवत का धन्यवाद करते हैं लेकिन अगर मोहन भागवत ने यह बयान पांच राज्यों में चुनाव जीतने के लिए दिया है तो फिर इस बयान की मैं निंदा करता हूं