NEWSPR डेस्क। पूर्वी चम्पारण में बाढ़ ने तबाही मचाई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो दिन पूर्व इस इलाके में बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया है। उन्होंने हवाई सर्वे कर यहां की हालात की जानकारी ली। अब उनके निर्देश पर अधिकारियों की टीम ने भी हवाई सर्वेक्षण किया और यहां की हालात का जायजा लिया। सूबे के परिवहन विभाग के प्रधान सचिव सह आपदा के विशेष कार्य पदाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल, कृषि निदेशक आदेश तितरमारे, जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक और कुंदन कुमार ने संयुक्त रूप से जल जमाव वाले इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया। मोतिहारी, बंजरिया, सुगौली, मधुबन, पताही, चिरैया, रामगढवा, छौडादानो, तेतरिया प्रखण्डों का हवाई सर्वेक्षण किया गया। सर्वेक्षण के दौरान मुख्य रूप से सिकराहना, लालबकैया, नदी में बाढ़ की स्थिति क्षतिग्रस्त सड़कों NH-28A और B की स्थिति एवं फसल क्षति (धान की बीचड़ा) का अवलोकन किया।
जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित कुल पंचायतों की संख्या 61 है जिसमें 144 गाँव सम्मलित है तथा कुल 6 लाख 12 हजार 899 जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 6 हजार 536 व्यक्तियों को निष्क्रमित किया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 13 हजार 606 पोलीथीन शीट वितरित किया गया है। बाढ़ प्रभावित प्रखण्ड बंजरिया में चार सुगौली में दो, मोतिहारी में दो, तेतरिया में दो, मधुबन में एक, फेनहारा में एक कुल 12 मोटर वोट चलाया। जा रहा है तथा 67 नाव चलाया जा रहा है जिसमें 6 सरकारी एवं 61 निजी नावे है। एन.डी.आर.एफ की टीम लगातार बाढ़ प्रभावित प्रखण्ड बंजरिया, सुगौली, मोतिहारी, मधुबन, फेनहरा, तेतरिया में भ्रमनशील है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मोतिहारी, पकड़ीदयाल, संग्रामपुर में एनडीआरएफ के कैम्प संचालित है।
उन्होंने बताया कि बाढ़ क्षेत्रों में अभी तक 39 सामुदायिक रसोई संचालित है जिसमें भोजन करने वालो की संख्या 21हजार 434 है। बाढ़ से क्षतिग्रस्त 229 सड़को में से 30 सड़को की मरम्मत अभी तक कराया गया हैं। शेष सड़को पर पानी के जमा होने के कारण पानी हटने के उपरान्त मरम्मत कराने की प्रक्रिया शुरू होगी। उन्होंने बताया कि 6 हजार 880 हे0 में बीज का नुकसान हुआ है जिसके लिए 17 हजार 200 क्वीं० बीज का विभाग से अधियाचना किया गया है जिसमें 1064.85 क्वीं० प्राप्त हुआ है। बीज का वितरण हेतु कल से आवेदन प्राप्त करना प्रारम्भ होगा।