चासः चास नगर निगम में सफाई का काम थ्री आर कंपनी को मिलने के बाद से ही सफाई कर्मी इन दिनों पूरे निगम का सफाई को ठप कर आंदोलन कर रहे हैं। यह आंदोलन चास नगर निगम कार्यालय के बाहर निरंतर जारी है। इन सफाई मजदूरों का कहना है कि वह किसी एनजीओ के लिए काम नहीं करेंगे। प्रशासन को अपना फैसला वापस लेना होगा। इस दौरान मौके पर पहुंचे अंचलाधिकारी दिवाकर द्विवेदी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए धारा 144 लागू होने की बात कह आदेश की कॉपी मांगी। इसपर सफाई कर्मी भड़क गए और निगम के अधिकारी और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। बाद में लगभग 150 दैनिक सफाई कर्मियों ने थाने में गिरफ्तारी दी। जहां कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया।
कई सालों से नगर निगम के लिए कर रहे काम
विरोध कर रहे सफाईकर्मियों ने बताया कि यहां कई लोग 10 साल से अधिक समय से काम कर रहे हैं। अचानक यह कहा जाता है कि अब सभी को एनजीओ के लिए काम करना होगा। एनजीओ तय करेगी कि किन्हें काम देना है। ऐसे में हमारे सामने रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी, जो हमें स्वीकार नहीं है।
प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी
आज आंदोलन कर रहे सफाई कर्मियों को चास के अंचलाधिकारी दिवाकर द्विवेदी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए धारा 144 लागू होने की बात कह आदेश की कॉपी मांगी। इसपर सफाई कर्मी भड़क गए और निगम के अधिकारी और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
थाने के सामने भी किया प्रदर्शन
इसके बाद सभी आंदोलन कर रहे सफाई कर्मी चास थाने गिरफ्तारी देने पहुँच गए।इसके बाद पुलिस कर्मियों ने इन्हें थाने के बाहर रोक दिया।इस बात से इनका आक्रोश भड़क गया और थाने के गेट के बाहर हंगामा करने लगे।इस सूचना पर थाना प्रभारी ने सफाई कर्मियों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन वे गिरफ्तारी देने के लिए अड़ गए। थाना प्रभारी ने बताया कि सभी को गिरफ्तार करते हुए उन्हें छोड़ दिया गया।
निगम ने कर रखा है केस
इसके पूर्व निगम के सिटी मैनेजर ने सफाई कर्मियों के नेता के विरुद्ध सरकारी काम मे बाधा डालने का मामला चास थाने में दर्ज करा रखा है।ऐसे में बड़ा सवाल है कि चास थाना प्रभारी ने सरकारी काम मे बाधा डालने वाले नेताओं को जमानत कैसे दे दी। निगम और सफाई कर्मियों के बीच उत्पन्न हुए विवाद को लेकर चास की जनता गंदगी में रहने को विवश है।