‘विश्व जनसंख्या दिवस’ आज, 100 साल में 6 गुना बढ़ गई बिहार की आबादी, 18 साल बाद देश में टॉप पर होगा बिहार

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। देश के 22 प्रमुख राज्यों में सबसे बाद में 2039 में बिहार हम दो हमारे दो यानी जनसंख्या स्थिरिकरण की स्थिति में पहुंचेगा। यह लक्ष्य 16 राज्य हासिल कर चुके हैं। राजस्थान-2024 में, यूपी व झारखंड-2025 में, छत्तीसगढ़-2022 में मध्य प्रदेश-2028 में जनसंख्या स्थिरिकरण की स्थिति में पहुंचेंगे।

2011-15 के बीच बिहार की क्रूड बर्थ रेट 27.5 है, जो देश में सर्वाधिक है, इसमें 2031-35 के बीच 8% कमी आएगी। फिर भी 19.6% के साथ यह देश में सबसे ज्यादा रहेगी। यह 2031-35 के बीच 7% घटकर 13.1% हो जाएगी और तब देश की औसत जनसंख्या वृद्धि दर से 15 राज्य नीचे होंगी। राष्ट्रीय औसत से ऊपर बिहार के अलावा झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और असम ही होंगे।

1921 में बिहार (झारखंड सहित) ओडिशा एक था। तब राज्य का क्षेत्रफल 1,11,809 वर्ग मील (2,89,584 वर्ग किमी) था। तीनों राज्यों की संयुक्त आबादी 3,79,61,858 थी। तब आज के बिहार के मौजूदा भूगोल (94,163 वर्ग किमी) की जनसंख्या 2,15,81,649 थी। बीते 100 साल में राज्य की आबादी 6 गुना बढ़कर 12,30,83,000 हो गई है। अगले डेढ़ दशक में देश में बिहार दूसरा सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य होगा। कुल आबादी में 14.5% लोग बिहार के होंगे। बिहार से अधिक 19.2% यूपी की हिस्सेदारी होगी। अभी महाराष्ट्र देश में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है।

2011 में बिहार की मीडियन एज 19.9 वर्ष है। यानी यह वह आयु वर्ग जिसके नीचे आधी और जिसके ऊपर आधी आबादी है। अगले डेढ़ दशक में मीडियन एज 28.1 वर्ष होगी, बिहार आज भी सबसे युवा आबादी वाला राज्य है, तब भी बिहार देश का सबसे युवा आबादी वाला राज्य होगा, क्योंकि तब देश की मीडियन एज 34.5 वर्ष होगी। बिहार में 2011 में प्रति हजार पुरुष 918 महिलाएं थीं जो 2036 में 935 हो जाएंगी।

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