एक फरियादी की शिकायत सुनकर हैरान रह गये मुख्यमंत्री, सीधे स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को लगाया फोन, एक मामले में डीजीपी भी तलब

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। 

5 साल बाद लगा मुख्यमंत्री का जनता दरबार : सीएम नीतीश कुमार का जनता दरबार करीब 5 साल बाद फिर से शुरू हो गया है। इसमें राज्य भर से आये लोग सीधे सीएम नीतीश कुमार से मिलकर अपनी समस्या रख रहे हैं। मुख्यमंत्री भी मामलों को देखते हुए तुरंत अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दे रहे हैं।
फरियाद सुनकर सीएम ने प्रत्यय अमृत को लगाया फोन : सुपौल से आये एक शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री को बताया कि कागज पर ही एक अस्पताल चल रहा है। आटडोर भी चल रहा है। और इलाज किया जा रहा है। ये समस्या सुनने के बाद सीएम नीतीश कुमार हैरान रह गये। उन्होंने तुरंत स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत को फोन लगा दिया और कहा- प्रत्यय जी…सुपौल से एक शख्स आये हैं। सुपौळ के राघोपुर प्रखंड के राघोपुर पंचायत के हैं। ये कह रहे कि कागज पर ही स्वास्थ्य केंद्र चलाया जा रहा है। कागज पर ही आउटडोर भी चल रहा। इस मामले को देखिए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने फोन रख दिया। इसके बाद सुपौल से आये शिकायतकर्ता को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास भेज दिया गया।
महिला की शिकायत पर डीजीपी को किया तलब : एक महिला शिकायतकर्ता शांति देवी ने मुख्यमंत्री से फरियाद लगाई कि दबंगों ने हमारे साथ मारपीट की। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्चर्य जताया है और कहा-अच्छा कमाल है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत डीजीपी को तलब किया और कहा कि कमाल है। दबंगों ने इनके साथ मारपीट की। 15 मई 2021 को केस हुआ लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। मुख्यमंत्री ने डीजीपी को कहा कि इस मामले को देखिए।

आवाज नहीं मिलने से मुख्यमंत्री को हुई परेशानी : जनता दरबार में आवाज नहीं मिलने से सीएम नीतीश परेशान दिखे। वे कई बार अधिकारियों से कहा कि आवाज नहीं मिल रही है। इसका कोई उपाय कीजिए। आवाज नहीं मिलने से फरियादियों की बात नहीं सुन पा रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका तत्काल कोई उपाय कीजिए। इसके बाद अधिकारियों ने तत्काल वहां पर फोन रखा और फरियादी को उस फोन पर बोलने को कहा।
सीएम ने वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से की बात : किशनगंज से आये शख्स ने बैंक से कर्ज नहीं मिलने पर शिकायत की। शिकायतकर्ता ने कहा कि हमने एक बैंक अधिकारी को सीबीआई से पकड़वाया। इसके बाद उनका स्वीकृत ऋण नहीं मिल पा रहा। मुख्यमंत्री ने तत्काल वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से बात करने को कहा। वहीं पूर्णिया से आये एक फरियादी ने बिजली विभाग द्वारा हड़ताल करने पर नाईट गार्ड से हटाने की शिकायत की। इस पर भी मुख्यमंत्री ने बात करने को कहा।

 

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