NEWSPR डेस्क। विधानसभा में विधायकों की पिटाई करने के मामले में कार्रवाई की गई है। इस मामले में दो पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। सिपाही सेशनाथ प्रसाद और सिपाही रंजीत कुमार को निलंबित किया गया है। इस कार्रवाई की जानकारी बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने दी है। उन्होंने कहा कि उस दिन कुछ अप्रिय स्थिति हुई थी। एक विधायक को एक व्यक्ति पीट रहा था जबकि एक अऩ्य विधायक को दूसरे व्यक्ति पैर से पीट रहा था। इस मामले में दो पुलिस कर्मी पर कार्रवाई हुई है।
विधायक के साथ मारपीट मामले में दो सिपाही पर निलंबन की कार्रवाई को राजद ने नाकाफी बताया है। आपको बता दे इस मामले पर कुछ दिन पूर्व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा था और पूछा था कि क्या गारंटी है कि आगे भी विधायकों को नहीं पीटा जायेगा, साथ ही उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की थी। राजद नेताओं ने कहा कि तेजस्वी यादव के इस पत्र पर की गई कार्रवाई नाकाफी है। कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ती की गयी है।कोई भी सिपाही अपने अधिकारियों के आदेश के बिना विधायक के साथ हाथापाई और मारपीट की हिम्मत नहीं कर सकता है।इसलिए निलंबित किये गये सिपाही को विधायक के साथ मारपीट करने का आदेश देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
एक राजद नेता ने बताया कि विधानसभा में हुई मारपीट के बाद सभी विपक्षी दलों ने सुरक्षा की गारंटी के बिना विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया था। राजद,कांग्रेस एवं वामपंथी पार्टियों ने सर्वदलीय कमिटि बनाकर पूरे मामले की जांच करने की मांग की थी,पर घटना के इतने दिन बाद भी दोषी अधिकारियों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही थी।जिसके बाद तेजस्वी यादव ने विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा को दुबारा पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी।इसके बाद दो सिपाही को निलंबित करने की जानकारी विस अध्यक्ष ने दी है।25 जुलाई को सहयोगी दलों के साथ बैठक में विधानमंडल सत्र में शामिल होने का निर्णय लिया जायेगा।गौरतलब है कि इस महीने की 26 तारीख से विधानमंमडल का सत्र शुरू हो रहा है।