बिहार के स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व विधायक को प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने दी श्रद्धांजलि

Patna Desk

NEWSPR डेस्क : आज बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी (विचार विभाग) द्वारा स्वर्गीय रामजी प्रसाद सिंह स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व विधायक के 22वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनको श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए एक राष्ट्रीय वर्चुअल विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।

विचार गोष्ठी में बोलते हुए बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास जी ने कहा कि स्वर्गीय रामजी प्रसाद सिंह एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे और समाज कल्याण के लिए उन्होंने अपना जीवन अर्पित कर दिया। वर्चुअल विचार गोष्ठी “वैश्विक महामारी कोविड-19 समस्या, समाधान और सरकार” के ऊपर उन्होंने बोलते हुए कहा कि इस महामारी से पूरा भारत त्रस्त रहा। हर स्तर पर अव्यवस्था का आलम छाया रहा, स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी।

उन्होंने कहा एक कि कांग्रेसी होने के नाते हम सबका यह कर्तव्य है कि इस महामारी से पीड़ित परिवारों को जितना भी संभव हो सके हम हर संभव सहायता उपलब्ध कराएं, क्योंकि सरकार तो कुछ भी देने से रही। सरकार केवल बातें बनाती है जिसका वास्तविकता से कुछ लेना-देना नहीं है|  सरकार लोगों से ताली-थाली बजवाती है और कहती है कि कोरोना भाग जाएगा। लाखों लोग जो इस बीमारी के कारण मरे उनका भी लेखा-जोखा सरकार सही ढंग से लोगों के सामने नहीं ला रही है। उन्होंने कहा कि बिहार क्रांति का प्रदेश है| यहीं से सभी आंदोलनों की शुरुआत हुई है। हमारा यह प्रयास रंग लाएगा और बिहार में एक नई सुबह होगी।

इस अवसर पर  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉक्टर मदन मोहन झा ने स्वर्गीय रामजी प्रसाद सिंह के प्रति अपना उदगार प्रकट किया और कहा कि बिहार कांग्रेस इस वैश्विक महामारी में लोगों तक पहुंचने का हर संभव प्रयास करती रही है, लोगों को मदद पहुंचाने में सफलता मिली है तथा आगे भी या कांग्रेस इस महामारी के क्रम में मदद करती रहेगी।

वर्चुअल सेमिनार में कार्यकारी अध्यक्ष श्री कौकब कादरी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा की कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसने हर तरह से पूरे भारतीय अर्थव्यवस्था को तहस-नहस कर दिया और हमारी वर्तमान सरकार ने अपना ज्यादातर समय लोगों के साथ बातें बनाने में गुजार दिया।

विचार विभाग की राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन नीता मिश्रा एवं जया शुक्ला ने भी सभा को संबोधित किया तथा अपने विचार रखें उन्होंने कहा कि इस वैश्विक महामारी से हर परिवार प्रभावित हुआ है| हर व्यक्ति का कोई न कोई अपना इसकी चपेट में आया है| लेकिन शासन व्यवस्था की ओर से जो उचित सहयोग मिलना था वह नहीं मिल पाया।

सभा का संचालन बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी (विचार विभाग) के चेयरमैन डॉ शशि कुमार सिंह कर रहे थे| उन्होंने सेमिनार को संबोधित  करते हुए कहा कि स्वर्गीय रामजी प्रसाद सिंह सब दिन गरीबों की भलाई और जरूरतमंदों की सेवा लिए जीते रहे| एक मुखिया के रूप में उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और तीन तीन बार बिहार विधानसभा के सदस्य भी बने। बिहार के स्वतंत्रता सेनानियों में अग्रदूत के रूप में उनकी भी गणना होती है।

राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के चेयरमैन असफर अहमद ने कहा कि सांझा चूल्हा का प्रचार सरकार ने किया तो बहुत था पर वास्तव में वह आम लोगों तक पहुंचने में असफल रहा। संसाधनों का घोर अभाव रहा| साथ ही लोगों को हमेशा लगा इस लड़ाई में वह अकेले हैं।

वर्चुअल सेमिनार को सम्बोधित करते हुए प्रवक्ता एवं चेयरमैन रिसर्च विभाग आनंद माधव ने कहा कि वैश्विक महामारी के पहले लहर में भारत ने जहां प्रवासियों का दर्दनाक पदयात्रा देखा जो शायद आजादी के बाद दूसरी बार इतनी बड़ी संख्या में लोग अपने घर को पैदल मीलों चल वापस आ रहे थे, तो दूसरी लहर ने ऑक्सीजन की कमी, ऑक्सीजन बेड की कमी के त्राहिमाम संदेश के कारण पूरा देश हाहाकार कर रहा था। लोग छटपटा कर मर रहे थे| व्यवस्था पंगु बनी दर्शक की भूमिका में थी।

सभा को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव एवं बैकवर्ड कमिशन के पूर्व सदस्य शकील उजमा अंसारी, बिहार विधान परिषद के सदस्य प्रेमचंद्र मिश्रा पूर्व विधान पार्षद डॉ अजय कुमार सिंह पूर्व विधायक प्रोफेसर ह्रदय नारायण सिंह ने भी संबोधित किया, उसके साथ साथ मुख्य वक्ताओं में डॉ मधुबाला, डॉ एस के रूंगटा, सौरभ कुमार सिन्हा, अमित कुमार, अला मख्तूर मुजीब, मनोज कुमार पांडे, अजय कुमार यादव सुनील कुमार, मनोज कुमार सिंह, जयशंकर प्रसाद, ने भी अपने विचार प्रकट किए।

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