टोक्यो ओलंपिक में पीवी सिंधु ने रचा इतिहास, चीनी खिलाड़ी को हराकर जीता ब्रॉन्ज मेडल, जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने दी बधाई

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक अपने नाम कर लिया है। सिंधु ने चीनी खिलाड़ी बिंग जियाओ को सीधे सेटों में हराकर इतिहास भी रच दिया है। पीवी सिंधु के इस जीत पर जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता संजीव श्रीवास्तव ने उन्हे बधाई और शुभकामनाएं दी और उन्हे देश कौ गौरव बताया।
पीवी सिंधु दो ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी भी बन गई हैं। इससे पहले सिंधु ने 2016 में रियो ओलंपिक में रजत पदक अपने नाम किया था। सिंधु का यह लगातार दूसरा ओलंपिक मेडल है। सिंधु के पदक के साथ ही भारत की झोली में भी दूसरा मेडल आ गया है।
बात करें सिंधु के ब्रॉन्ज़ मेडल मैच की तो उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी को सीधे सेटों में 21-13 और 21-15 से हराया। 53 मिनट तक चले मुकाबले में सिंधु शुरू से ही चीनी खिलाड़ी पर हावी रहीं। सिंधु को इससे पहले सेमीफाइनल मुकाबले में चाइनीज ताइपे की खिलाड़ी ताई जू यिंग के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
टोक्यो ओलंपिक में भारत का यह तीसरा पदक है। सबसे पहले मीराबाई चनू ने वेटलिफ्टिंग के 49 किलो भारवर्ग में सिल्वर मेडल जीता था। वहीं, बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने 69 किलो वेल्टरवेट कैटेगरी के सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत के लिए मेडल पक्का कर चुकी हैं।
26 साल की सिंधु का ओलंपिक खेलों में यह दूसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने 2016 के रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था। इसके साथ ही सिंधु ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय बन गई हैं। उनसे पहले रेसलर सुशील कुमार यह अनोखी उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. सुशील ने बीजिंग ओलंपिक(2008) में कांस्य और लंदन ओलंपिक(2012) में रजत पदक जीता था।

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