NEWSPR डेस्क। बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। बिहार की साड़ी नदियां खतरे के निशान के उपर बह रही है| पश्चिम चम्पारण जिले में नदियों का कटाव लगातार जारी है। गंडक बराज बाँध से शाम तक लगभग एल लाख 44 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। पूर्वी चंपारण के सुगौली, आदापुर और पताही पानी में पूरी तरह से जलमगन है। देवापुर -शिवहर मार्ग पर तीसरे दिन भी आवागमन बाधित रहा। मधुबनी जिले के बेनीपट्टी प्रखंड के दो दर्जन गांव फिर बाढ़ से घिर गए हैं। धौंस, खिरोई, थुम्हानी और कोकरा में बाढ़ की वजह से खतरा बढ़ गया है। बाढ़ की वजह से सड़कों पर पानी भर गया है। मधवापुर प्रखंड में अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है।
झंझारपुर में कमला बलान बाँध के बायां तटबंध 49.5वें किमी पर परतापुर में दरार आ गया है। इससे लोगों में अफरातफरी मच गई है। जायजा लेने पहुंचे विभागीय अधिकारियों का स्थानीय लोगों ने विरोध किया। इसके बाद में फ्लड फाइङ्क्षटग का काम शुरू हो गया। देर शाम तक बांध को सुरक्षित करने की सूचना है। समस्तीपुर में गंगा का जलस्तर अभी स्थिर बना हुआ है। इससे मोहनपुर, विद्यापतिनगर, पटोरी और मोहिउद्दीननगर प्रखंड क्षेत्र में लोगों को थोड़ी राहत पहुंची है। सीतामढ़ी के परिहार, बेलसंड के कई भी कई गांव बाढ़ से घिर गये है| मुजफ्फरपुर में बाढ़ और बारिश के कारण ग्रामीण सड़के छतिग्रस्त हो गये है। बूढ़ी गंडक के बढ़ते जलस्तर के कारण शहर के निचले क्षेत्रों में दबाव बढऩे लगा है।