NEWSPR डेस्क। देश की केंद्र सरकार ने बिहार की बुनकरों को एक शानदार तोहफा दिया है। केंद्र सरकार की तरफ से भागलपुर समेत देश के 10 शहरों में हथकरघा को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए नई पहल की गई है। बिहार के भागलपुर समेत हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु, कोलकाता, कन्नूर, इंदौर, नागपुर, मेरठ और पानीपत के बुनकर सेवा केंद्रों (डब्ल्यूएससी) में राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएफटी) द्वारा 10 और हैंडलूम डिजाइन रिसोर्स सेंटर (HDRC) स्थापित किए जाएंगे। जिसका उद्देश्य इन केंद्रों से हथकरघा उद्योग को बढ़ावा मिलने के साथ बुनकरों, निर्यातकों, निर्माताओं और डिजाइनरों को भी प्रोत्साहन देना होगा।
बता दें कि हैंडलूम डिजाइन संसाधन केंद्र (एचडीआरसी) स्थापित किए जाने की प्रक्रिया में हैं। इन केंद्रों पर बाजार के मुताबिक नए डिजाइन तैयार करने में मदद की जाएगी। निफ्ट वस्त्र मंत्रालय एक आंतरिक संगठन है, जिसका हथकरघा भी एक अहम हिस्सा है। निफ्ट की फैशन और डिजाइन क्षेत्र में विशेषज्ञता है, जिसका इस्तेमाल हथकरघा क्षेत्र को बाजार से जोड़ने के लिए किया जा सकता है। निफ्ट द्वारा सभी डब्ल्यूएससी (बुनकर सेवा केंद्रों) में चरणबद्ध तरीके से डीआरसी स्थापित किए जा रहे हैं, जिसमें निर्यातकों, निर्माताओं, डिजाइनरों, बुनकरों और अन्य संबंधित लोगों के लिए डिजाइन और संसाधनों की एक बड़ी लिस्ट उपलब्ध होगी।
इससे पहले दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, जयपुर और वाराणसी के डब्ल्यूएससी में डीआरसी (डिजाइन संसाधन केंद्र) की स्थापना और उनका उद्घाटन किया जा चुका है, जबकि कांचीपुरम में आठवें डीआरसी का उद्घाटन वस्त्र मंत्री द्वारा 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर किया गया था।