NEWSPR डेस्क। पटना के गौरीचक इलाके से एक अजीबोगरीब खबर सामने आई है। जहां एक मृत घोषित की गई लड़की डेढ़ महीने बाद अपने घर जिंदा वापस लौटी है। गुरुवार को घर पहुंच कर लड़की ने यह दावा किया कि मैं जीवित हूं। जबकि, उसके परिजनों ने उसे मृत समझ एक शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।
प्रेम प्रसंग में पड़कर लड़की करीब 90 दिन पहले अपने घर से भाग गई थी। वहीं लड़की के घरवालों ने इस बाबत थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। जिस दौरान छानबीन में पुलिस को एक लड़की की लाश मिली। वहीं घर से भागी लड़की की मां ने शव को अपनी बेटी के रूप में पहचान कर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन अब 90 दिन बाद मृतका वापस थाने पहुंच कर कह रही कि वह जिंदा है और बीते महीने से अपने प्रेमी के साथ चेन्नई में रह रही थी।
बता दें कि लड़की अभी नाबालिग है। इससे पहले भी लड़की ने सोशल मीडिया के जरिए अपने जिंदा होने की बात बताई थी लेकिन घरवालों ने नहीं माना था। अब पुलिस इस मामले की पड़ताल में जुट गई है कि जिसका यह लड़की समक्झ कर अंतिम संस्कार किया गया था वह वो किस लड़की का शव था। अंधारी गांव के नजदीक एक गड्ढे से एक लड़की की अर्धनग्न अवस्था में लाश बरामद की गई थी। आशंका थी कि अपराधियों द्वारा दुष्कर्म के बाद लड़की की गला काट कर हत्या कर दी गई है। लड़की के चेहरे को भी पूरी तरह कुचल दिया गया था, जिससे उसकी पहचान में परेशानी हो रही थी। उस वक्त गौरीचक थाना प्रभारी लाल मुनी दुबे ने इससे ऑनर कीलिंग का मामला बताया था।
अंधारी गांव से ही गायब एक लड़की की मां ने शव को देखने के बाद उसे अपनी बेटी बताया और पोस्टमॉर्टम के बाद उसका दाह संस्कार कर दिया और ब्रह्मभोज भी गांव में संपन्न करा दी गई। महिला ने उस वक्त यह बताया था कि उसकी बेटी की हत्या गांव के ही कुछ युवकों ने गला काटकर कर दी थी। परिजनों ने भी पूरी तरह से इस बात का विश्वास कर लिया था कि अब उनकी बेटी इस दुनिया में नहीं रही, पर गुरुवार को लड़की के थाना पहुंचने पर सभी चौक गए हैं।