NEWSPR डेस्क। पटना एम्स में बीते 48 घंटे में 2 बच्चों की मौत हुई है। कोरोना संक्रमित बच्चों में मल्टी सिस्टम इनफ्लेट्री सिंड्रोम से पीडि़त एक बच्चे की मौत शनिवार को हो गई। वहीं शुक्रवार को भी छपरा की एक बच्ची ने दम तोड़ा था। इनफ्लेट्री सिंड्रोम से पीडि़त बच्ची को कार्डियक अरेस्ट हुआ जिसके बाद उसे गुरुवार को एम्स पटना में भर्ती करवाया गया। लेकिन ब्रेन डेड होने के कारण बच्ची ने दम तोड़ दिया। एम्स चिकित्सकों के अनुसार बच्चा ब्रेन डेड अवस्था में ही भर्ती किया गया था।
वहीं गुरुवार को ही एम्स में 1 और बच्ची की मौत हुई थी। एम्स शिशु विभागाध्यक्ष डा. लोकेश तिवारी के मुताबिक उसे दो दिन पहले कार्डियक अरेस्ट होने के बाद स्वजनों ने भर्ती कराया था। वह पहले से ही ब्रेन डेड अवस्था में था। बता दें कि इस वक्त एम्स में एमआइएस के दो और बच्चे भर्ती हैं। वहीं सिस्टम इनफ्लेट्री सिंड्रोम कोरोना संक्रमण होने के 14 दिनों से 90 दिनों के बीच बच्चों को अपनी चपेट लेता है।
विशेषज्ञों की मानें तो आरंभ में पहचान होने से जान बचाना आसान होता है। यह बच्चों के दिल को सबसे पहले खराब करता है। इसमें खून जमने की प्रक्रिया गड़बड़ा जाती है। हर्ट से ब्लड वेसेल्स में गड़बड़ी भी आने लगती है। डाक्टर इसे कावासाकी डिजिज जैसी बीमारी मानते हैं।